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लापरवाही: 35 लाख का फायर बिग्रेड, 4 माह ही चला, डेढ़ साल से गैरेज में धूल खा रहा

file photo


सीजीक्रांति/खैरागढ़। अत्यावश्यक सेवाओं में से एक फायर बिग्रेड पिछले डेढ़ साल से बिगड़ा पड़ा है। जिला खनिज न्यास मद से नगर पालिका प्रशासन ने 35 लाख रूपए में अगस्त 2020 में खरीदा था। चार माह चलने के बाद दिसंबर 2020 में ढिमरीन कुंआ में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। तब से क्षतिग्रस्त फायर बिग्रेड गैरेज में रखा है। अब तक उसकी मरम्मत नहीं हो पाई है। मरम्मत क्यों नहीं हो पाई, इसका जवाब पालिका प्रशासन समेत जनप्रतिनिधियों के पास भी नहीं है। विपक्षी दल भाजपा ने भी इस पर मुखरता से सवाल नहीं उठाया।

कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश, जांच रिपोर्ट का अता—पता नहीं

फायर बिग्रेड वाहन को लेकर शिकायत हुई। तब कलेक्टरर तारन प्रकाश सिन्हा ने फायर बिग्रेड की गुणवत्ता और शासन के निर्धारित मापदंड के अनुरूप वाहन की खरीदी की जांच करने के निर्देश दिए थे। जिसके लिए जिला परिवहन अधिकारी एवं नगर पालिक निगम राजनांदगांव के कार्यपाल अभियंता को जिम्मेदारी दी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक फायर बिग्रेड वाहन के दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद वाहन के मरम्मत के लिए जब बीमा कंपनी से मुआवजा मांगा गया तब बीमा कंपनी ने पालिका के क्लेम को कैंसिल कर दिया। यह कितना सत्य है, यह अस्पष्ट नहीं है। दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद नगर पालिका खैरागढ़ का फायर बिग्रेड रायपुर के गैरेज में रखा हुआ है! लिहाजा 35 लाख रूपए का फायर बिग्रेड महज चार माह चलने के बाद अनुपयोगी पड़ा है। इतने गंभीर मामले को न पालिका प्रशासन गंभीरता से ले रहा है और न ही पालिका अध्यक्ष एवं पार्षदगण आवाज उठा रहे है।

दो किस्तों में हुआ 35 लाख का भुगतान

प्राप्त जानकारी के अनुसार खैरागढ़ नगर पालिका को अंबिकापुर के महामाया इंटरप्राईजेस ने फायर बिग्रेड सप्लाई किया था! तब बगैर किसी दस्तावेजों की जांच व आवश्यक औपचारिकताएं पूरी किए बगैर पालिका प्रशासन ने 35 लाख रूपए दो किस्तों में निविदाकार को भुगतान कर दिए। जिसमें पहला किस्त 17 अगस्त 2020 को 14 लाख रूपए और दूसरा किस्त 21 लाख 67 हजार रूपए 17 सितंबर 2020 को दिया गया!बगैर जरूरी औपचारिकताओं की जांच किए बगैर भुगतान करने के लिए पूर्व सीएमओ सीमा बख्शी समेत इंजीनियर और लेखा विभाग दोषी है!

जांच होनी चाहिए, पूर्व सीएमओ ने मामले को स्पष्ट नहीं किया — मीरा गुलाब चोपड़ा
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मीरा गुलाब चोपड़ा ने कहा कि कोई भी वाहन की खरीदी होती है तो उसका बीमा कराया जाता है। फायर बिग्रेड की खरीदी में क्या लापरवाही हुई है,यह स्पष्ट नहीं हो रहा है इसकी जांच होनी चाहिए। हमारा कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद भी तत्कालीन सीएमओ सीमा बख्शी से जब भी फायर बिग्रेड के बारे में पूछा उन्होंने स्पष्ट जानकारी नहीं दी।

फाइल मंगवाया है, गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई होगी— शैलेंद्र वर्मा

नगर पालिका खैरागढ़ के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा ने कहा कि इस मामले में कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है। मैंने इसकी फाइल मंगवाई है। इसका अध्ययन और पालिका में जो जिम्मेदार लोग है, जिनकी जानकारी में फायर बिग्रेड की खरीदी की गई है, उनसे चर्चा करने के बाद ही सही स्थिति सामने आएगी।

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