सीजी क्रांति/रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अफसरों ने एड एजेंसियों से मिलीभगत कर करीब 27 करोड़ का होर्डिंग्स घोटाला किया है। निगम के महापौर एजाज ढेबर ने स्वयं यह गलती पकड़ी है। भ्रष्ट अफसरों के इस कारनामे से नाराज महापौर ने आरोपी अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है।
अफसरों ने सिर्फ होर्डिंग्स घोटाला ही नहीं किया है बल्कि उन्होंने जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में लाए बगैर ठेकेदारों को काम दे दिया। माता सुंदरी स्कूल के सामने एक ठेकेदार को काम देकर वहां अपनी मर्जी से चौराहा बनवा दिया। इसकी जानकारी न पार्षद को है, न कलेक्टर को न विधायक को न ही खुद निगम के महापौर को है।
गुरूवार को एमआईसी की बैठक में मेयर ने पकड़ी गलती
महापौर एजाज ढेबर ने गुरुवार को एमआईसी की बैठक ली। इसके बाद उन्होंने कहा- मैंने जांच में पाया है कि जो अभी होर्डिंग्स लगी हैं उनमें अनियमितता है। जिसे मन चाहा टेंडर दिया गया है। 15 बाय 9 की साइज को मनमानी ढंग से 18 बाय 18 किया गया। रेट जो लगने थे नहीं लगे। एमआईसी में रेट फाइनल करने का प्रस्ताव आना चाहिए था, नहीं आया। शहर में बेतरतीब होर्डिंग, युनिपोल लग गए वो होर्डिंग अवैध है। महापौर ने आगे कहा- 7 लोगों की समिति बनाई गई है। मैं भी समिति मे हूं, मेरे आंकलन के मुताबिक करीब 27 करोड़ का घोटाला हुआ है। महापौर होने के नाते मैं चाहता हूं कि निगम का राजस्व बढ़े, मगर ऐसी बढा़ेतरी नहीं चाहिए, अफसरों ने एड एजेंसियों के मुताबिक काम कर दिया है। जो भी अधिकारी इसमें शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।