राजनांदगांव। राजनांदगांव कलेक्टर ने शिक्षा के क्षेत्र में प्रयोग किया है। उन्होंने आदेश निकाला है कि सरकारी अधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह किसी भी एक स्कूल में जाकर किसी भी कालखंड में किसी भी विषय की कक्षा लेनी होगी और छात्रों का मार्गदर्शन करना होगा।
कलेक्टर के निर्देशों के तहत एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, पीडब्ल्यूडी के अफसरों, मेडिकल अफसरों, बीईओ, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, विद्युत मंडल के अधिकारियो को सप्ताह में स्कूल पहुँच कर क्लास लेनी होगी।
इस तारतम्य में एसडीएम डोंगरगांव सुनील कुमार नायक ने कल आदेश जारी करते हुए विभिन्न विभागों के 22 अधिकारियों के स्कूलों में पढ़ाने हेतु ड्यूटी लगाई है। खास बात यह है कि उनके द्वारा जारी आदेश में खुद की भी ड्यूटी शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बीजाभाठ में लगाई गई है। अन्य अधिकारी जहां एक एक सब्जेक्ट पढ़ाएंगे। तो वही एसडीएम सुनील नायक ने हिंदी,अंग्रेजी, गणित,सामान्य विज्ञान व विज्ञान रुचि दर्शायी है। और ये सब सब्जेक्ट पढ़ाने हेतु खुद का आदेश जारी किया है।
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इस सम्बंध में जब 2013 बैच के डिप्टी कलेक्टर सुनील नायक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें अध्यापन में विशेष रुचि है और वे ये सभी सब्जेक्ट पढा सकते हैं। लिहाजा उन्होंने इन सब विषयो का विद्यार्थियों को मार्गदर्शन स्कूल में करना चुना है। उधर, कलेक्टर के नए प्रयोग के सम्बंध में सर्व शिक्षक संघ के अध्यक्ष विवेक दुबे ने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या सच मे अधिकारी स्कूलों में कक्षाएं लेने पहुंचेंगे या केवल खानापूर्ति होगी यह देखने वाला विषय होगा।