सीजी क्रांति/खैरागढ़। धरमपुरा स्थित मणिकंचन केंद्र-1 की सुपरवाईजर जयश्री ताम्रकार पिछले दिनों भाजपा कार्यालय के लिए हुए भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुईं। प्रदेशअध्यक्ष अरूण साय के साथ उनकी तस्वीर वायरल होने के बाद नगर पालिका में हलचल तेज हो गई। पहले तो उन्हें इस तरह से राजनीतिक आयोजन में शामिल होने के लिए फटकार लगाई गई। उसके बाद 16 मार्च को उन्हें मणिकंचन की सुपरवाईजर पद से हटाकर सोनेसरार गौठन का प्रभारी बना दिया गया है। प्रभार में हुए इस फेरबदल को बतौर सजा के रूप में देखा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी जयश्री ताम्रकार के खिलाफ इस तरह की शिकायत सामने आ चुकी है। उस वक्त तत्कालीन सीईओ ने शपथ पत्र में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल न होने का शपथ पत्र मांगा था। जयश्री ताम्रकार सरकारी कर्मचारी नहीें है, लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर सरकार का अंग के तौर पर वह अपनी सेवाएं दे रही है। ऐसे में सवाल यह उठता है अनियमित सरकारी कर्मचारी ड्यूटी टाईम से हटकर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं? हालांकि इसी कार्यक्रम में पालिका कार्यालय में ही संचलित राष्ट्रीय आजीविका मिशन में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर भी भाजपा के इस कार्यक्रम में देखा गया है।
बता दें कि जयश्री ताम्रकार के भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होने पर कांग्रेस नेताओं ने अपनी नाराजगी आला नेताओं के समक्ष जाहिर की थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकारी संस्था से किसी भी तरीके से जुड़े कर्मचारियों को प्रत्यक्ष तौर पर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए। सैद्धांतिक तौर पर जरूर हर व्यक्ति अपने निज समय अपनी पसंद से गुजार सकते हैं लेकिन व्यावहारिक तौर पर स्वीकार नहीं किए जाने की राजनीतिक परिपाटी रही है।