सीजी क्रांति/छुईखदान। छुईखदान थाना क्षेत्र में 18 अप्रैल को एक गांव से गुम हुई नाबालिग लड़की उत्तरप्रदेश के मथुरा में मिली। छुईखदान पुलिस ने सूचना मिलने के 5 दिन में ही बच्ची बरामद कर लिया। बच्ची को उसके मोबाइल नंबर से ट्रेस किया गया। 17 वर्षीय नाबालिग का अपने भाई से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। उससे नाराज होकर वह बस में सवार होकर छुईखदान से राजनांदगांव चली गई। वहां उसे प्लेटफॉर्म में जो ट्रेन मिली, उसकी टिकट कटवाकर बैठ गई। वह घर से कुछ पैसे लेकर गायब हो गई थी।
पुलिस ने बच्ची को उसके पालकों को सौंप दिया है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से गुम बच्ची के मिलने पर माता-पिता ने राहत की सांस ली और उनके चेहरे में रौनक लौट आई। इसके लिए उन्होंने छुईखदान पुलिस और एसपी अंकिता शर्मा का आभार जताया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 19 अप्रैल को परिजनों ने रिपोर्ट लिखाई कि 18 अप्रैल को दोपहर 3ः30 बजे उनकी 17 वर्षीय बच्ची घर में बिना बताए कहीं चली गई है। देर शाम तक वह नहीं लौटी तो परिजनों के घर फोन कर पता लगाया। लेकिन उसकी जानकारी नहीं मिली तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराया।
बच्ची के गुम होने के मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया। इसकी सूचना एसपी अंकिता शर्मा को दी गई। एसपी ने छुईखदान पुलिस को तत्काल टीम गठित कर बच्ची के खोजबीन शुरू करने के निर्देश दिए। छुईखदान पुलिस ने बच्ची का पता लगाने के लिए परिजनों व सहेलियों से पूछताछ शुरू की। तब पता चला कि बच्ची अपने साथ मोबाइल भी ले गई। इसके बाद मोबाइल को ट्रेस किया गया। जिसमें नाबालिग लड़की का लोकेशन मथुरा बताया गया। छुईखदान पुलिस तत्काल मथुरा के लिए रवाना हुई। वहां स्थानीय पुलिस के सहयोग से बच्ची को बरामद किया गया।