सीजी क्रांति/गांधी नगर। गुजरात में मोरबी के मच्छु नदी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग गिर गए। हादसे में 134 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। वहीं 70 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। जबकि 170 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इस दुर्घटना में राजकोट के भाजपा सांसद मोहन कुंदरिया की फैमिली के 12 लोगों की जान चली गई। इस हादसे पूरे देश को झकझोर दिया है।
हादसे की वजह प्रशासनिक अनदेखी और लोगों की लापरवाही को माना जा रहा है। जिस केबल संस्पेंशन ब्रिज में यह हादसा हुआ वह 765 फीट लंबा और महज 4.5 फीट चौड़ा है, जिसे 143 साल ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था। हादसे से 5 दिन पहले 25 अक्टूबर को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया।
बता दें कि रविवार को छुट्टी का दिन होने से सस्पेंशन ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोगों की भीड़ हो गई। ब्रिज की क्षमता 100 लोगों की है लेकिन इसमें 50 लोग सवार हो गए। ओवर लोड होने की वजह से ब्रिज टूट गया। और सैकड़ों लोग नदी में जा गिरे। इनमें कुछ लोग तैरकर नदी तट पर पहुंच गए। वहीं काफी लोगों को रेस्क्यू किया गया। लेकिन बड़ी संख्या में लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई।