सीजी क्रांति/राजनांदगांव। डोगरगांव के जलसंसाधन विभाग की उप अभियंता किरण रामटेके को मटियादर्री एनीकट के संचालन में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन विभाग राजनांदगांव होगा। निलंबन अवधि में किरण रामटेके को मूलभूत नियम 53 के तहत जीवन निर्वाह भत्ता की ही पात्रता होगी।
उनकी लापरवाही के कारण 20 किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी। जिसकी वजह से किसानों ने जबर्दस्त नाराजगी थी।
बता दें कि जल संसाधन विभाग की लापरवाही से डोंगरगांव ब्लॉक के ग्राम दर्री में शिवनाथ नदी पर बना एनीकट का एप्रोच रोड बह गया था। इससे नदी की दिशा बदल गई है और कटाव बढ़ने से किनारे में स्थिति लगभग 8 एकड़ का रकबा नदी में समा गया।
खेत में धान की फसल तबाह होता देखकर मौके पर मौजूद किसानों ने इसके लिए जल संसाधन को जिम्मेदार ठहराया। किसानों का आरोप था कि जल संसाधन विभाग की ओर से दर्री एनीकट का गेट नहीं खोले जाने की वजह से ही पानी का दबाव बढ़ा और एक साइड से कटाव बढ़ता गया जो कि खेतों को भी चपेट में ले लिया। इससे भारी नुकसान हो गया है।
किसानों ने बताया कि घटना के माहभर पहले भी तेज बहाव होने पर एनीकट का कुछ हिस्सा बह गया था। इसके बाद भी मरम्मत की ओर ध्यान दिया गया और ना ही बाढ़ आने के पहले गेट खोले गए। इस कारण से अब भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि मोंगरा बैराज का गेट खोले जाने के बाद से नदी में पानी का बहाव तेज होता गया। जल स्तर बढ़ने के साथ ही लगभग 11 बजे एनीकट का एप्रोच रोड वाला हिस्सा तेजी के साथ बह गया। इसके बाद नदी की दिशा ही बदल गई और सीधे खेतों की ओर से पानी का बहाव बढ़ने लगा। देखते ही देखते 8 से 10 एकड़ का रकबा शिवनाथ नदी में समा गया। धान की पूरी फसल ही बह गई।