सीजी क्रांति/रायपुर। छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान हो गया है। यहां मतदान 5 दिसंबर और मतगणना 8 दिसंबर को होगी। भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ समेत ओडिशा, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश में उपचुनावों की तारीख की घोषणा की है। इन राज्यों में होने वाले उपचुनाव भी अगले महीने होंगे।
अगले महीने उपचुनाव होने की घोषणा की गई है। इसमें 1 लोकसभा सीट तो 5 विधानसभा सीट शामिल है। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी की लोकसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। वहीं, ओडिशा के पादमपुर की विधानसभा क्षेत्र, राजस्थान के सरदार शहर, बिहार के कुरहानी, छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर और यूपी की रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे।
1962 में अस्तित्व में आया भानुप्रतापुर विधानसभा! मनोज मंडावी की मौत के बाद हो रहा उप चुनाव
अविभाजित मध्य प्रदेश में 1962 में पहली बार भानुप्रतापपुर का विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया। पहले चुनाव में निर्दलीय रामप्रसाद पोटाई कांग्रेस के पाटला ठाकुर से जीते। 1967 के दूसरे चुनाव में प्रजा सोसलिस्ट पार्टी के जे हथोई जीते। 1972 में कांग्रेस के सत्यनारायण सिंह जीते। 1979 में जनता पार्टी के प्यारेलाल सुखलाल सिंह जीते। 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के गंगा पोटाई जीते। 1990 के चुनाव में निर्दलीय झाड़ूराम ने पोटाई को हरा दिया। 1993 में भाजपा के देवलाल दुग्गा यहां से जीत गए। 1998 में कांग्रेस के मनोज मंडावी जीते। अजीत जोगी सरकार में मंत्री रहे। 2003 में भाजपा के देवलाल दुग्गा फिर जीत गए। 2008 में भाजपा के ही ब्रम्हानंद नेताम यहां से विधायक बने। 2013 में कांग्रेस के मनोज मंडावी ने वापसी की। 2018 के चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की।
एक नजर चुनाव शेड्यूल पर
1.नामांकन-10 नवम्बर से 17 नवम्बर
2.नामांकन की जांच -18 नवम्बर
3.नाम वापसी का मौका -21 नवम्बर तक
4.मतदान-5 दिसम्बर
5.मतगणना- 8 दिसम्बर
6.चुनाव खत्म-10 दिसम्बर