सीजी क्रांति/खैरागढ़। नगर के बस स्टैंड में सरकारी कांपलेक्स के आगे छुटे बरामदा में दुकान तान दी गई है। वहां बकायदा चंदू फ्लैक्स का बोर्ड लगा दिया गया है। इसकी वजह से बाजू में स्थित कलकत्ता फ्लावर की दुकान दब गई है। दुकान मालिक नंदा राजू नागदेवे ने नगर पालिका से लिखित में शिकायत भी की। लेकिन पालिका प्रशासन त्वरित कार्रवाई करने की बजाय बहानेबाजी कर मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है।
राजू नागदेवे का कहना है कि मेरे दुकान के बाजू में चंदू फ्लैक्स संचालित हो रहा है। दुकान मालिक ने दुकान की तय सीमा को पारकर आगे की खाली जमीन में दुकान को बढ़ा दिया है। पालिका प्रशासन के कांपलेक्स के आगे दुकान निर्माण का कोई प्रावधान ही नहीं है लेकिन पालिका अधिकारियों-कर्मचारियों के मौन सहयोग से अवैध तरीके से दुकान का निर्माण कर दिया गया है। इसकी वजह से मेरी दुकान दब गई है। जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।
बता दें कि पालिका प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में इस कांपलेक्स के पीछे छुटे सरकारी जमीन पर भी दुकानदारों ने अवैध कब्जा कर रखा है। यह जगह नगर पालिका भवन से महज 100 फीट की दूरी पर है। लेकिन अवैध कब्जाधारियों के हौसले इतने बुलंद है कि उनके सामने पालिका के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी बौने साबित हो रहे हैं। यह वार्ड नगर पालिका उपाध्यक्ष रज्जाक खान का है। यदि कांपलेक्स के पीछे अवैध कब्जा को हटा दिया गया है तो आंगनबाड़ी भवन या सार्वजनिक प्रयोजन के लिए सामुदायिक भवन बनाया जा सकता है।
बहरहाल पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष विक्रांत सिंह के कार्यकाल में बस स्टैंड का कायाकल्प हुआ था। उसी समय यहां मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत दुकानों का निर्माण कराया गया था। यदि उसी वक्त इन दुकानों को पीछे हटाकर बना दिया जाता तो बस स्टैंड का आकार भी बढ़ जाता और पीछे की सरकारी जमीन जिस पर दुकानदारों ने अवैध कब्जा किया हुआ है, वह नहीं हो पाता। विक्रांत सिंह के बाद नगर पालिका में संजय ताम्रकार, मीरा गुलाब चोपड़ा और अब शैलेंद्र वर्मा अध्यक्ष हैं लेकिन किसी ने भी इस जगह से अवैध हटाने की हिम्मत करने की बजाय समझौता का मार्ग अपनाकर सरकारी जमीन को कौड़ी के भाव में अवैध कब्जाधारियों के हवाले कर दिया गया है।