सीजी क्रांति/खैरागढ़। शहर के जमातपारा स्थित प्राचीन बन बिहारी मंदिर में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। आचार्य पंडित धनंजय तिवारी ने बताया कि बन बिहारी मंदिर नगर में हर दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। मंदिर में ही हनुमान जी और भगवान भोलेनाथ भी विराजमान हैं। बन बिहारी मंदिर का निर्माण रियासत काल में हुआ था। इसकी गवाही मंदिर में मौजूद प्रतिमाएं खुद दे रही हैं। यह मंदिर जीवन के अंतिम कर्मकांड का हिस्सा है। नगर में किसी की मृत्यु उपरांत शुद्धिकरण के बाद तेरहवीं गंगा पूजन के दिन भगवान लड्डू गोपाल इसी मंदिर से घर तक जाते हैं।
धर्म यात्रा प्रमुख भागवत शरण सिंह ने बताया कि धर्मयात्रा का हर पड़ाव खैरागढ़ की धार्मिक व समृद्ध शाली विरासत को जन मानस के सामने ला रही है। उन्होंने बताया कि धर्म यात्रा के दौरान पहले युवाओं का जुड़ाव बढ़ा फिर अब धीरे-धीरे हर मंदिर में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। महिलाएं भी सामूहिक सुंदरकांड के पाठ में शामिल हो रही हैं। बन बिहारी मंदिर में भी महिलाएं पाठ में शामिल हुई।
इसके अलावा बरेठ पारा स्थित हनुमान मंदिर में युवाओं की सबसे ज्यादा संख्या देखने को मिली। यहां शिवम जय ताम्रकार सहित बड़ी संख्या में बजरंगी हनुमान चालीसा के पाठ में शामिल हुए। इसके साथ ही नगर के दर्जनभर से अधिक मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ जारी रहा। इस दौरान राजीव चंद्राकर, मनोज वर्मा, किशोर सिंह, लाल राजीव सिंह, गौतम सोनी, उत्तम दशरिया, शिवम नामदेव, हर्ष वर्धन वर्मा, भीखू वर्मा, सुखराम वर्मा, लक्ष्मी नारायण सोनी, सुभाष सिंह राजपूत, सुनील कुमार यादव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
हनुमान चालीसा का किया जा रहा पाठ
धर्मयात्रा की कड़ी में शहर के हनुमान मंदिरों को भी पुनर्जागृत करने के बीड़ा भी युवाओं ने उठा लिया है। नगर के प्रत्येक हनुमान मंदिर में मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी किया जा रहा है। मंगलवार को श्री राम गौ सेवा परिसर में गौ सेविकाओ व दुर्गा वाहिनी की बहनों चंचल यादव,सिमरन ताम्रकार,अवि जैन व अन्य ने सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया तो हाटकेश्वर हनुमान मंदिर इतवारी बाजार में पंडित सुदर्शन तिवारी के साथ युवा मेहुल निर्मलकर सहित अन्य पाठ में शामिल हुए।