सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल का निधन हो गया। वे बीते कुछ माह से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने सोमवार को सुबह करीब 6 बजे निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। श्री बघेल को ब्रेन और स्पाईन से संबंधित पुरानी बीमारी थी। उन्हें निमोनिया भी हो गया था। वे मोवा के निजी अस्पताल में वेंटिलेटर में थे।
नंदकुमार बघेल 89 साल के थे। बेटी के विदेश से लौटने के बाद 10 जनवरी को कुरुदडीह में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पाटन सदन में उनका पार्थिव देव अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर पुरानी तस्वीर शेयर कर पिता के निधन की जानकारी दी।
बता दें कि नंदकुमार बघेल अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहते थे। उनके ब्राह्मण विरोधी बयान हमेशा चर्चा में रहते थे। अपने इसी बयान को लेकर उन्हें जेल तक जाना पड़ा था। तब उनके पुत्र भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे। नंदकुमार बघेल की 2001 में ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो नाम की पुस्तक आई थी। जो काफी विवादों में आया। उन्होंने महिषासुर और रावण को महान योद्धा बताया था। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इस पुस्तक को प्रतिबंधित कर दिया था।