सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। बीते करीब दो दशक से समाज सेवा में सक्रिय और पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट और प्रखर वक्ता अमिताभ दुबे ने रायपुर लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश की है। इसके बाद से भाजपा की राजनीति में खलबली मच गई है। अमिताभ दुबे अपने जीवट स्वभाव और सक्रियता के लिए जाने जाते हैं। रायपुर में पर्यावरण सुधार की दिशा में ग्रीन आर्मी संस्था बनाकर वृहत स्तर पर पौधारोपण करने की वजह से वे चर्चा में हैं।
यही नहीं श्री दुबे हिदुत्व और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में मैदानी स्तर पर काफी सक्रिय हैं। संघ से लेकर राजनीतिक दिग्गजों के साथ उनका सीधा संबंध हैं। अमिताभ दुबे की झुग्गी क्षेत्र से लेकर पॉश कॉलोनी समेत ग्रामीण क्षेत्रों के हर छोटे—बड़े और अमीर गरीब से सीधा और जीवंत संवाद है।
दुर्गा कॉलेज के छात्रसंघ सचिव रहे अमिताभ दुबे काफी अरसे बाद सक्रिय राजनीति में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है। हालांकि बीते एक दशक से उन्होंने कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले ब्राह्मण पारा से नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा का परचम फहराने में काफी बड़ी भूमिका निभाई है। अपनी छात्र राजनीति के दौर में काफी लोकप्रिय रहे अमिताभ दुबे की दावेदारी को पार्टी आलाकमान गंभीरता से ले रही है।
लगातार सक्रियता के कारण अमिताभ दुबे रायपुर शहर के लिए जाना—पहचाना नाम है। चार्टर्ड ऐसोसिएशन, जेसीआई समेत अन्य संस्थाओं में वे शीर्ष पदों पर दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर चुके हैं। वहीं वर्तमान में ग्रीन आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष है।। लोकसभा टिकट के लिए उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव सिंह, उप मुख्यमंत्री ओपी चौधरी, प्रदेश भाजपा के महामंत्री संजय श्रीवास्तव समेत वरिष्ठों के समक्ष अपनी दावेदारी रख चुके हैं। यही नहीं लगातार वे भाजपा के प्रदेश इकाई से लेकर केंद्रीय संगठन के संपर्क में है। इसके साथ ही वे जनसमर्थन जुटाने मैदानी स्तर पर जुट चुके हैं।
बता दें कि रायपुर लोकसभा सीट परंपरागत रूप से भाजपा की रही है। करीब 35 साल से रमेश बैस यहां से सांसद बनते रहे हैं। 2019 में पूर्व महापौर सुनील सोनी सांसद चुने गए। उसके बाद रमेश बैस को भाजपा ने राज्यपाल बना दिया।
सीजी क्रांति से चर्चा में अमिताभ दुबे ने कहा कि समाज और देश के लिए कुछ बेहतर करने की इच्छा बचपन से रही है। छात्र राजनीति से मैंने इसकी शुरूआत कर दी थी। छात्र जीवन पूरा होने के बाद कठिन परिश्रम कर पारिवारिक जीवन का कुशल निर्वाह किया। इसके उपरांत अपनी योग्यता और क्षमतानुसार सामाजिक क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहा। चूंकि समाज और देश सेवा के लिए राजनीति सर्वोत्तम मंच है। इसलिए राजनीति के क्षेत्र में खुद को समाज सेवा में झोंकना चाहता हूं। भाजपा से मैंने दावेदारी कर दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जो भी निर्णय लेंगे मेरे लिए वह सर्वोपरि रहेगा। मिशन अंत्योदय, एकात्म मानववाद और राष्ट्रवादी विचार के साथ आगे भी निरंतर काम करता रहूंगा।