सीजी क्रांति न्यूज/गंडई। छुईखदान ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत पंडरिया में गुरूवार को भोजली पर्व का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सरपंच ज्योति जंघेल समेत गांव की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नजर आई। पर्व में महिलाओं समेत बड़ी संख्या में युवा, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हुए।
इस अवसर पर सरपंच ज्योति जंघेल ने कहा-आधुनिकता के इस दौर में लोक जीवन से जुड़ी हमारी कई परंपरा और संस्कृति प्रभावित हो रही है तो कई पर्वों के स्वरूप बदल रहे हैं। कुछ पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में हमारी पहचान तभी बच पाएगी, जब हम अपनी संस्कृति को सहजने के लिए हम आगे आएंगे। गांवों में अभी भी हमारी परंपरा-संस्कृति जीवित है लेकिन उसे और आकर्षक व भव्य बनाने की आवश्यकता है।
इसे ही ध्यान में रखते हुए गांववासियों के सहयोग से यह आयोजन किया गया। भोजली पर्व छत्तीसगढ़ की संस्कृति है। छत्तीसगढ़ में मित्रता के अटूट बंधन के लिए भोजली बदने की परम्परा है।आज छोटे-छोटे बच्चे भी छत्तीसगढ़ी पारंपरिक कपड़े पहनकर आई। नई पीढ़ी में हमारी संस्कृति का संचार हो बस इसी प्रयास को लेकर गांव में धूमधाम से भोजली पर्व मनाया गया। भविष्य में इसे और अच्छा और भव्य तरीके से मनाने गांववालों के सहयोग प्रयास करेंगे।