सीजी क्रांति/खैरागढ़। कुलपति प्रो.(डॉ.) लवली शर्मा के मार्गदर्शन में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय नवाचार के साथ ही स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ललित कला अकादेमी नई दिल्ली की छात्रवृत्ति योजना के लिये इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों का चयन हुआ है जो स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की चुके हैं।
इस योजना के तहत चारों विद्यार्थियों को ललित कला अकादेमी के क्षेत्रीय केन्द्र में कार्य करना होगा जिसके लिये विद्यार्थियों को एक साल तक 20 हजार रूपये प्रति माह की दर से छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी। इस योजना से विद्यार्थियों को अपनी कला के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करने का अवसर मिलेगा और उनकी प्रतिभा में निखार आयेगा।
विश्वविद्यालय में नवाचार के तहत विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये कुलपति महोदया के द्वारा अपने अनुभव के आधार पर विद्यार्थियों को जागरूक करते हुये शासन की उन योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है जिससे विद्यार्थी आत्मनिर्भरता तथा स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ सके।
कुलपति के इस प्रयास से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं से जुड़ रहे हैं और इसका लाभ ले रहे हैं। हाल ही में ललित कला अकादेमी की छात्रवृृत्ति योजना हेतु चयनित विद्यार्थी विश्वविद्यालय के चित्रकला, मूर्तिकला व ग्राफिक्स विभाग से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं जिसमें चित्रकला से निर्वेर साहू व पम्मी कुमारी, मूर्तिकला से सुभाष चौबे तथा ग्राफिक्स से निलांजन साव शामिल हैं।
इस योजना का उद्देश्य दृश्यकला की पृष्ठभूमि से संबंधित आवेदकों सहित युवा और योग्य उभरते कलाकारों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है ताकि उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में सृजनात्मक गुणों और नवोन्मेषी विचारों के विकास हेतु एक कार्य स्थल उपलब्ध करवाया जा सके। कुलपति प्रो.(डॉ.) लवली शर्मा ने छात्रवृत्ति के लिये चयनित सभी विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बधाई एवं शुभकानाएं प्रेषित करते हुये कहा कि इस विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन के साथ ही विद्यार्थियों के भीतर छुपे कला को उभारकर उन्हें इस लायक बनाया जाता है कि वें अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर कला के उच्चतम शिखर तक पहुंच सके और अपना भविष्य बना सके। इसके साथ ही नवाचार के माध्यम से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनने के लिये प्रेरित भी किया जाता है जिसका परिणाम है कि इन विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर यह मुकाम हासिल किए है जिससे उनका तथा इस विश्वविद्यालय का नाम रौशन हो रहा है।