सीजी क्रांति/खैरागढ़। जिले के कलेक्टर डॉ. जगदीश कुमार सोनकर ने नगर पालिका खैरागढ़ के सीएमओ सूरज सिदार का वित्तीय अधिकार आखिरकार 22 दिन में वापस सौंप दिया। जिले के कलेक्टर श्री सोनकर ने बीते महीने के 27 सितंबर को सीएमओ का वित्तीय अधिकारी छीन कर एसडीएम प्रकाश सिंह राजपूत को दे दिया था। इसके बाद से पालिका में खलबली मची हुई थी। सवाल यह उठने लगे थे कि कलेक्टर ने किस आधार पर सीएमओ का वित्तीय अधिकार छीन लिया! आम तौर पर ऐसा तभी होता है, जब वित्तीय अनियमितता या बड़ी गड़बड़ी होती है। पर कलेक्टर के आदेश में ऐसा कुछ नहीं था। महज जिले के सुचारू प्रशासनिक व्यवस्था के लिए वित्तीय अधिकार एसडीएम को सौंपे जाने का हवाला दिया गया था। चर्चा यह है कि सीएमओ का वित्तीय अधिकारी छीने जाने और वापस लौटाने के पीछे राजनीति दबाव ही था?
नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा समेत कांग्रेस पार्षद सीएमओ के वित्तीय अधिकार को वापस किए जाने की मांग लेकर कई चरणों में कलेक्टर से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि वित्तीय अधिकार एसडीएम को सौंपे जाने के बाद पालिका में भुगतान संबंधी व्यावहारिक समस्याएं आ रही है। इस पर कलेक्टर डॉ. जगदीश कुमार सोनकर ने उन्हें समझाने की कोशिश किया कि पालिका का चेक काटने समेत अन्य भुगतान संबंधी किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी। नियमों का पालन करते हुए पालिका अध्यक्ष की अनुशंसा समेत उन्हें भी वित्तीय संबंधी पत्रक में हस्ताक्षर करने का अधिकार है। इन सबके बाद भी पालिका अध्यक्ष और पार्षदगण सीएमओ सूरज सिदार के वित्तीय अधिकार को वापस लौटाने जाने की मांग पर अड़े रहे।