सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इसी बीच खैरागढ़ राज परिवार से दिवंगत राजा देवव्रत सिंह की पत्नी रानी विभा सिंह का भी इस मामले को लेकर बड़ा बयान आ गया है। रानी विभा सिंह का कहना है कि खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय कांग्रेस पार्टी की ही देन है। वर्तमान में जिस तरह का माहौल पैदा हुआ है उसे लेकर हम भी चिंतित है।
खैरागढ़ की जनता की जनभावनाओं के अनुरूप विश्वविद्यालय यहां से नहीं जाना चाहिए। मैं रानी विभा देवव्रत सिंह कमल विलास पैलेस से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से यह निवेदन करते हुए मांग करती हूं कि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का विखंडन न किया जाए और छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए स्थगन आदेश पत्र को संशोधित करते हुए पुनः कैंपस ऑफ स्टडी को बंद करने का आदेश पत्र जारी करवाया जाए।
विश्वविद्यालय से हमारे परिवार तथा खैरागढ़ की आम जनता की गहरी संवेदनाएं जुड़ी हुई हैं, साथ ही खैरागढ़ के छोटे छोटे व्यवसाइयों का व्यवसाय भी विश्वविद्यालय पर निर्भर है। नवगठित जिला के विकास तथा जनाक्रोश को ध्यान में रखते हुए इस मामले पर खैरागढ़ के हित को ध्यान में रख कर स्प्ष्ट निर्णय लिया जाए न कि भ्रम की स्तिथि उतपन्न करे। खैरागढ़ में स्थित छोटे-बड़े एवं अधिकतर विश्वविद्यालय के समीप संचालित खाद्य पदार्थाे का व्यवसाय करने वाले आमजन का जीवन व्यापन उक्त विश्विद्यालय के कारण ही चल रहा है। इसके विखंडन होने से इनके रोजगार पर गहरा असर पड़ेगा।