0 4 माह की बिटिया के लिए कर्मचारियों ने सहयोग राशि देकर कर रहे हैं मदद, दंपति ने गोद लेने की इच्छा जाहिर की
सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। चिट्ठी न कोई संदेश जैसे गीत और दिवंगत संविदा कर्मचारी मोतीलाल कौशिक की तस्वीर और खाली दीप और बाती को हाथों में लेकर संविदा कर्मचारी पूरे परिवार के साथ प्रदर्शन किया। संविदा कर्मचारियों ने बताया कि मोतीलाल की 4 माह की बिटिया के भरण पोषण की जिम्मेदारी अब हमारी है। उस बच्ची को सरकार की तरफ से न किसी प्रकार का पेंशन मिलेगा और न ही कोई सामाजिक सुरक्षा मिल पाएगी। इसी लड़ाई को लड़ते हुए मोतीलाल जी शहीद हो गए।
इसी बीच बच्ची के लालन पालन हेतु कर्मचारी खुले हाथों से सहयोग राशि दे रहे हैं, अनुमान है कि अभी तक लाखों रुपए सहयोग राशि एकत्रित हो गई है, वहीं धमतरी से आए दंपत्ति ने 4 माह की बिटिया को गोद लेने पेशकश रखी है।
प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि मोतीलाल के बच्ची के लालन पालन की जिमेदारी अब कौन किसकी होगी, यह सोचकर रूह कांप जाता है। यह घटना नई नहीं है, हमारे हजारों संविदा कर्मचारी नौकरी के दौरान चाहे कोरोना काल हो या फिर कोई और दुर्घटना शहीद हुए हैं। जिनको आज भी न्याय की दरकार है। यह कैसी नौकरी है जिसमे हम परिवार को सामाजिक सुरक्षा प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। यह एक सामाजिक बुराई है इसे अब छतीसगढ के संवेदनशील लोग बर्दास्त नहीं करेंगे।