सीजी क्रांति/खैरागढ़। खैरागढ़ का सिविल अस्पताल महज 8 स्टॉफ नर्सों के भरोसे चल रहा है। तीन नर्सों का स्थानांतरण कर दिया गया। इसकी वजह से अस्पताल में मरीजों की देखभाल संबंधी अन्य व्यवस्थाएं चरमराने लगी है। नर्सों पर काम बोझ बढ़ गया है। पारिवारिक जिम्मेदारियां पीछे छूट रही है। वे तनावग्रस्त हो रही हैं। इसका दुष्प्रभाव नर्सों, मरीजों और उनके परिजनों पर पड़ रहा है। कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब नर्सों और मरीज के परिजन आपस में उलझ चुके हैं। अस्पताल में 12 से 15 नर्सों की आवश्यकता है। ताकि मरीजों की सही देखभाल हो व अस्पताल की व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व राजनीतिक पार्टियों के नेता अस्पताल की समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यदि ऐसा होता तो 3 स्टॉफ नर्सों के स्थानांतरण के पहले उनकी जगह पर नए नर्सों को लाने का प्रयास होता है। पर ऐसा नहीं किया गया। हैरानी की बात यह है कि विपक्ष की राजनीति कर रही भाजपा भी जनस्वास्थ्य से जुड़े इतने संवेदनशील मुद्दे पर हमेशा की तरह खामोश हैं। क्षेत्र की विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा चाहती तो तीन नर्सों के ट्रांसफर से होने वाली परेशानियों को देखते हुए स्थानांतरित होने वाली नर्सों की जगह पर तीन नए नर्सों की मांग से सरकार और उच्च अधिकारियों को अवगत करा सकती थी। पर इस दिशा में ठोस प्रयास नजर नहीं आया।
आखिर चिकित्सा सुविधा में नर्स की भूमिका क्या होती है, जानिए ….
एक नर्स की प्राथमिक भूमिका मरीज़ों की देखभाल करना और स्वास्थ्य और बीमारी पर चल रहे इलाज की प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करना होता है। हालांकि, नर्स की कई अन्य जिम्मेदारियां भी हैं, जो एक नर्स की भूमिका का हिस्सा है। मरीजों को ठीक करने, उन्हें फिट और स्वस्थ रखने के लिए नर्सें डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के साथ काम करते हैं। नर्स का काम मरीजों के इलाज में डॉक्टरों का सहयोग करना होता है। इसके अलावा डॉक्टर के द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला सभी उपकरणों की देखभाल करना होता है।
मरीज को नियमित रूप से चेकअप करके उनके जांच और स्थिति की रिपोर्ट बनाकर डॉक्टर को अवगत कराना होता है। ताकि मरीजों की स्थिति के अनुसार डॉक्टर उनका इलाज कर सके। इसके अलावा नर्स मरीजों के परिजन को वर्तमान स्थिति से अवगत करवाते है। क्योंकि मरीज के परिजन ज्यादा इमोशनल होते हैं इसलिए उन्हें सही जानकारी देना नर्स का काम होता है। इसके अलावा नर्स प्रशासनिक कार्य को भी करती है। जिसके तहत डॉक्टर द्वारा लिखी गई जांच की रिपोर्ट चेक करना, हॉस्पिटल बिल तैयार करना इत्यादि कार्य होता है।
इसके अलावा नर्सों की जिम्मेदारी होती है कि वे मरीजों को नियमित चेकअप करे। डॉक्टर द्वारा लिखा गया ट्रीटमेंट प्लांन को पूरा करना, मरीजों के ब्लड सैंपल पल्स तापमान और ब्लड प्रेशर चेक करना, मरीजों को इंजेक्शन देना, मरीजों की हालत बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टर को बताना, ऑपरेशन से पहले मरीजों को तैयार करना, मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री का रिपोर्ट तैयार करना, परिजन को मरीज की स्थिति और डायग्नोसिस के बारे में जानकारी प्रदान करना, रोगियों को बीमारियों से लड़ने एवं जागरुक बनने में शिक्षित करना। रोगियों को सहायता और सलाह प्रदान करने जैसे ढेरों महत्वपूर्ण काम होते हैं।