सीजी क्रांति न्यूज/दुर्ग। खुर्सीपार थाना क्षेत्र में सूरज राजपूत हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद दुर्ग पुलिस ने गैंगस्टर तपन सरकार के ठिकानों में छापामार कार्रवाई की। 2005 में महादेव महार हत्याकांड में 17 साल जेल काटने के बाद साल भर पहले तपन सरकार जमानत पर रिहा हुआ था! छापामार कार्रवाई से पहले तपन फरार हो गया था। लिहाजा पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ माह पहले सेवक निषाद ने शुभम राजपूत की हत्या कर दी थी। पुलिस पूछताछ में आरोपी सेवक निषाद ने बताया कि शुभम राजपूत तपन गैंग के लिए वसूली काम करता था। होली के दिन वह उससे वसूली करने पहुंचा था। इसी वजह से दोनों में विवाद हुआ और उसने कटर से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई और तपन के निवास में छापामार कार्रवाई की। लेकिन कार्रवाई की भनक तपन को लग गई और वह फरार हो गया। पुलिस उसे पकड़ने के लिए अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
बता दें कि 11 फरवरी 2005 को भिलाई में एक गैंगवार हुई थी। इसमें तपन सरकार ने सुपेला में रहने वाले गैंगस्टर महादेव महार की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। मामले में कुछ महीने बाद पुलिस ने एक आरोपी गोविंद विश्वकर्मा का एनकाउंटर कर दिया गया था।
दुर्ग एएसपी अभिषेक झा बताया कि थाना खुर्सीपार क्षेत्र में शुभम राजपूत हत्याकांड मामले में विवेचना के दौरान तपन सरकार की भूमिका भी सामने आई है। इस वजह से छापामार कार्रवाई कर तपन सरकार की खोजबीन करने उसके घर की तलाशी ली गई। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।