सीजी क्रांति/खैरागढ़। पार्षद अजय जैन को आखिरकार नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। यह निर्णय लेने में पार्टी को डेढ़ साल लग गए। भाजपा डेढ़ साल तक यह बहाना करती रही कि नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं होता। सैद्धांतिक रूप से यह सही है लेकिन अब तक नेता प्रतिपक्ष बनाने की परंपरा रही है। अततः भाजपा ने भी उस परंपरा को बनाए रखा।
बहरहाल वार्ड-7 से पार्षद अजय जैन मूलतः कारोबारी हैं। वे पूर्व विधायक देवव्रत सिंह के करीबी रहे हैं। हालांकि उतनी ही नजदीकियां अब उनकी जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह के साथ भी है। वहीं जिला भाजपाध्यक्ष घम्मन साहू के साथ भी उनकी गहरी मित्रता है। इन सबके अलावा अजय जैन मुखर व्यक्ति हैं। श्री जैन ने काफी कम समय में भाजपा में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है। पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ अच्छा मेलजोल और आला नेताओं के साथ बेहतर तालमेल का उन्हें लाभ मिला है।
श्री जैन के अलावा भाजपा से 9 और पार्षद भी हैं, जिनमें मात्र 4 पुरूष पार्षद हैं। इनमें चंद्रेशखर यादव, विनय देवांगन को पार्टी ने नगर पालिका में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया था। साथ ही वर्तमान में विनय देवांगन जहां मंडल भाजपा अध्यक्ष हैं वहीं चंद्रशेखर यादव नगरीय प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पद पर है। जबकि रूपेंद्र रजक सीनियर होने के बाद भी रिजर्व नेचर और बोल्ड न होने के कारण नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में पिछड़ गए।