जांजगीर| सरकार विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शाला प्रवेशोत्सव अभियान चला रही है, पुस्तकें, ड्रेस बांटी जा रही है, लेकिन स्कूल के शिक्षक इस अभियान को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। डीईओ ने 11 जुलाई को विभिन्न ब्लॉक का निरीक्षण किया तो 45 शिक्षक इस कार्यक्रम से अनुपस्थित थे। ऐसे शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने टीएल की बैठक में शिक्षा व राजस्व अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। उनके निर्देश पर डीईओ एच आर सोम ने 11 जुलाई को अपनी उड़नदस्ता टीम के साथ शाला प्रवेशोत्सव पर जिले के स्कूलों को निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 45 शिक्षक बिना पूर्व सूचना, आवेदन के अनुपस्थित थे।
जिला शिक्षा अधिकारी के इस कड़े कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ हैं। सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से कलेक्टर ने कड़े निर्देश दिए हैं। आने वाले समय में और ऐसे शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो बिना सूचना दिए लंबे समय से स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री एच आर सोम ने बताया कि अनुपस्थित शिक्षकों में बलौदा विकासखंड के 15 शिक्षक, अकलतरा विकासखंड के 10 शिक्षक, नवागढ़ विकासखंड के 06 शिक्षक, पामगढ़ विकासखंड के 06 शिक्षक और बम्हनीडीह विकासखंड के 08 शिक्षक अनुपस्थित पाये गए। अनुपस्थित शिक्षकों के विरूद्ध नोटिस जारी कर वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं।