सीजी क्रांति/दुर्ग। बलात्कार के आरोप में जेल काटने के बाद जमानत में रिहा हुए स्कूल के लिपिक ने महिला और उसके बच्चों पर तेजाब फेंकने की की धमकी देकर महिला के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने उसे नजरअंदाज कर दिया। जब महिला न्यायालय के चौखट में पहुंची, उसके बाद पुलिस ने महिला को बुलाकर उसकी रिपोर्ट दर्ज की। मोहन नगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मोहन नगर थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि एक महिला ने शंकर नगर पानी टंकी दुर्ग के पास रहने वाले सुनील महोबे के खिलाफ अपहरण व बलात्कार का मामला दर्ज कराया है। सुनील महोबे पाटन के निपानी हाईस्कूल में बाबू के पद पर कार्यरत है। महिला ने बताया कि 8 नवंबर 2022 की दोपहर सुनील उसके घर आया था। उसके हाथ में तेजाब से भरी बोतल थी। उसने महिला को धमकी दी कि वो उसके साथ चले नहीं तो ये तेजाब उसके बच्चों और उसके ऊपर डाल देगा। महिला काफी डर गई थी। इससे वो सुनील की बाइक में बैठ गई। सुनील उसे भिलाई पावर हाउस स्थित साईं होटल ले गया। इसके बाद वो उसे एक कमरे में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। महिला की शिकायत पर मोहन नगर पुलिस ने सुनील महोबे के खिलाफ अपहरण, जान से मारने की धमकी सहित बलात्कार का मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
आरोपी सुनील महोबे इससे पहले भी महिला के साथ दुष्कर्म कर चुका है। इससे पहले आरोपी दुर्ग के तकियापारा स्कूल में पदस्थ था। यहां महिला अपने बच्चे का एडमिशन कराने पहुंची थी। सुनील ने बच्चे का एडमिशन कराने का प्रलोभन देकर उसे बुलाया और फिर उसके साथ बलात्कार किया था। जब सुनील फिर महिला पर दबाव बनाने लगा तो उसने उसके खिलाफ 20 अक्टूबर 2021 को बलात्कार का मामला दर्ज कराया था।
आरोपी सुनील महोबे कुछ महीने पहले ही महिला के साथ बलात्कार के मामले में जेल से जमानत पर रिहा हुआ है। बाहर आते ही उसने महिला को फोन करके धमकी देना शुरू किया। जब महिला नहीं मानी तो वो उसके घर तेजाब लेकर पहुंच गया और धमकी देकर उसका अपहरण करके उसके साथ बलात्कार किया।
परित्यक्ता मजदूर महिला की रिपोर्ट चार माह बाद लिखी गई
सूत्रों के मुताबिक महिला रोजी मजदूरी करती है। उसका पति उसे छोड़ चुका है। उसके साथ दुष्कर्म की घटना होने के बाद ही वो मोहन नगर थाने शिकायत करने पहुंची थी, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी। इसके बाद महिला ने सीएसपी दुर्ग और एसपी दुर्ग के पास भी न्याय की गुहार लगाई थी। जब उसके बाद भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो महिला ने कोर्ट जाने की बात कही। महिला के कोर्ट जाते ही मोहन नगर पुलिस ने उसे थाने बुलाया और मामला दर्ज किया।