सीजी क्रांति न्यूज/छुईखदान। छुईखदान नगर पंचायत की कांग्रेस पार्षद सोनाली देवांगन ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं, वो मेरे काम का नहीं। श्रीमती देवांगन ने इस्तीफे की वजह कांग्रेस की राम विरोधी रवैया को बताया। उन्होंने मीडिया से चर्चा में बताया कि हाल ही में अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कांग्रेस के रूख से वे नाराज है। उनकी आस्था को ठेसी पहुंची है। उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं है, वह मेरे काम का नहीं है।
सोनाली देवांगन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हड़कंप की स्थिति है। सोनाली देवांगन मनाने की कोशिश जारी है। सोनाली पार्षद पद पर बनी रहेंगी। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि छुईखदान नगर पंचायत में कांग्रेस अल्पमत में होने के बावजूद भी सत्ता में है। जिन भाजपा पार्षदों के सहयोग से यहां नगर पंचायत में कांग्रेस सत्तासीन हुई। उनमें दो ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया, तो बाकी फिर से भाजपा में आ चुके हैं।
इस पूरे मामले में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने कहा कि विचार और आस्था अलग-अलग विषय है। हिंदू हम भी है लेकिन कांग्रेस सवधर्म समभाव के विचार पर काम करती है और भाजपा धर्म की राजनीति करती है। जिस तरीके से भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर मामले में राजनीति कर रही थी, हम उसके विरोध में थे।