सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। आसाम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा गुरूवार को छुईखदान में चुनावी सभा लेंगे। दोपहर करीब 3: 20 को वे हेलीकाप्टर से पहुंचेंगे। केकतीबाड़ी में उनका हेलीपेड उतरेगा। वहां से सड़का मार्ग से बड़े मैदान पहुंचेंगे। जहां श्री सरमा सभा को संबोधित करेंगे। खैरागढ़ विधानसभा में यह पहली बड़ी चुनावी सभा होगी। हालांकि इसके पहले गंडई में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की भी सभा हो चुकी है।
बता दें कि हिमंत बिस्वा सरमा असम के 15वें मुख्यमंत्री हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व सदस्य हेमंत बिस्वा सरमा 2015 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वह असम के जालुकबारी से पांच बार विधायक हैं, वह पहली बार 2001 में चुने गए थे उन्होंने 2016 में भाजपा के सफल राज्य चुनाव अभियान का नेतृत्व किया और 24 मई 2016 को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। 10 मई 2021 को, सरमा ने अपने सहयोगी सर्बानंद सोनोवाल के स्थान पर असम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
सरमा का जन्म 1 फरवरी 1969 को गांधी बस्ती, उलुबारी, गुवाहाटी में हुआ था वह एक असमिया बामुन परिवार से ताल्लुक रखते हैं। 1991 से 1992 तक वे कॉटन कॉलेज गुवाहटी छात्र संघ के महासचिव रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय से 1990 में कला स्नातक और 1992 में राजनीति विज्ञान दोनों में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री ली. इसके बाद, सरमा ने गुवाहाटी के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1995 में एक वकील बने।
सरमा 2001 में पहली बार जालुकबारी से असम विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह 2006 और 2011 में फिर से निर्वाचित हुए। सरमा ने 2002 से 2014 तक कृषि, योजना और विकास, वित्त, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाला। पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के साथ राजनीतिक असहमति के बाद, सरमा ने 21 जुलाई 2014 को सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
सरमा 23 अगस्त 2015 को नई दिल्ली में अमित शाह के आवास पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। मई 2016 में, सरमा ने लगातार चौथी बार जलुकबाड़ी निर्वाचन क्षेत्र जीता और उत्तर पूर्व भारत में पहली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।