सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी 7 जुलाई को सामूहिक अवकाश लेकर एक दिवसीय हड़ताल करेंगे। इसकी सूचना राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को दे दी गई है।
कर्मचारी अधिकारी संगठन संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा का दावा है कि आंदोलन में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी मोर्चा में रजिस्टर्ड 145 संगठनों के करीब 6 लाख से ऊपर कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे और सभी शासकीय कार्यालय बंद रहेंगे। हालांकि राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आमसभा होनी है। इसे देखते हुए रायपुर कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों को कार्यस्थल पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। जिस पर कर्मचारियों ने हामी भरी है।
शुक्रवार को होने वाले एक दिवसीय हड़ताल में शामिल प्रदेश के लगभग सभी बड़े संगठनों ने समर्थन दिया है। इन संगठनों में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के अंतर्गत छत्तीसगढ़ प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघए मंत्रालय कर्मचारी संघ। संचालनालय कर्मचारी संघ। कर्मचारी अधिकारी महासंघ। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ और स्कूल शिक्षा विभाग के 4 बड़े संगठन हड़ताल में शामिल होंगे।
5 सूत्रीय मांग
- छठवें वेतनमान के आधार पर मिलने वाले गृह भत्ते को सातवें वेतनमान के आधार पर केंद्रीय दर पर दिया जाए।
- राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को केंद्र के दिए गए तिथि के अनुसार महंगाई भत्ता दिया जाए।
- छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों की विभिन्न मांगों पर गठित पींगुआ समिति की रिपोर्ट और वेतन विसंगति दूर करने के लिए गठित अन्य समितियों की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए।
- कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के अनुसार कर्मचारियों का वेतन वृद्धि 8,16,24 और 30 साल की सेवा में चार स्तरीय किया जाए। साथ ही अनियमित, संविदा, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
- ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ दिलाने के लिए पहली नियुक्ति तिथि से कुल सेवा को जोड़ा जाए।