सीजी क्रांति/खैरागढ़। गिरदावरी रिपोर्ट में लापरवाहीपूर्वक पंजीयन किए जाने से किसान परेशान हैं। प्रशासनिक लापरवाही का खमियाजा किसान भुगत रहे हैं। कई किसानों के पंजीयन में नाम छोड़ दिया गया है, कई किसानों को रकबा में कमी बताई जा रही है और किसानों को रकबा में शून्य बता दिया गया है। तो कई किसानों की भूमि में फसलों का नाम ही गलत लिख दिया गया है। इन सब समस्याओं के साथ ही नाम में भी त्रुटि आ रही है।
समस्याओं को ठीक करने की कोशिशों के नाम पर पटवारियों द्वारा किसानों से पैसा मांगा जा रहा है। और ठीक कराने को मजबूर बेचारे किसान व्यवस्था के चक्कर मे पिस रहे हैं। कई किसानों ने सहकारिता विभाग के सभापति विप्लव साहू के पास अपनी व्यथा बताई और किसानों को परेशान करने की सूचना मिली।
विप्लव साहू ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई कलेक्टर डॉ. जगदीश कुमार सोनकर से मिलकर कर्मचारियों द्वारा की जा रही अनियमितता को जल्द ठीक करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि एक लगातार बारिश के कारण किसान पहले से ही परेशान हैं। ऊपर से राजस्व विभाग द्वारा यह कदम किसानों की परेशानी को बढ़ा रहा है। मौके पर गए बिना ही रकबा और किसानों के नाम का अंकन का कार्य लापरवाहीपूर्वक ढंग से भर दिया जाता है।
पिछले वर्ष भी कई किसान गिरदावरी में त्रुटि के कारण धान बेच नहीं पाए थे, जिसके कारण किसानों को हड़ताल ज्ञापन मांग पत्र दिया गया तत्पश्चात जोड़ा गया था, फिर उस चीज को ठीक ना करते हुए वही समस्या आ रही है। इसका मतलब जानबूझकर इस सत्र में गलती को ठीक नहीं किया गया।