सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। पेशे से अधिवक्ता गजेंद्र ठाकरे को केसीजी जिला कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष मनोनीत किए जाने के बाद उन्हे लेकर चर्चा जोरों पर है। कांग्रेस का यह निर्णय कई लोगों के लिए चौंकाने वाला साबित हुआ। गजेंद्र ठाकरे का नाम खासकर ‘सरनेम’ सुनने पर उन्हे न जानने वाले बाहरी समझ बैठे थे लेकिन गजेंद्र ठाकरे, मरार समाज के हैं। वे गंडई में मरार समाज का भव्य सम्मेलन कर सीधे सीएम भूपेश बघेल की नजरों में चढ़ गए थे। उसी का प्रतिसाद स्वरूप उन्हें जिला कांग्रेस की कमान मिली। ऐसा माना जा रहा है।
गजेंद्र ठाकरे छुईखदान बार काउंसिल के अध्यक्ष एवं मरार पटेल समाज छुईखदान तहसील अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे वनांचल क्षेत्र साल्हेवारा के समीप ग्राम रामपुर क्षेत्र से अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। वे साल्हेवारा युवक कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं। साल्हेवारा समेत आसपास के वनांचल क्षेत्र में उनका प्रभाव बताया जाता है।
जिले में करीब 20 हजार मरार समाज के मतदाता है। वहीं वनांचल क्षेत्र के मूल निवासी और वर्तमान में छुईखदान में कार्यक्षेत्र होने से गजेंद्र ठाकरे का विधानसभा के बड़े भू-भाग में ठीक-ठाक जनसंपर्क है। पेश से अधिवक्ता होने के कारण अच्छे वक्ता और कानून के जानकार भी है। वहीं भाजपा के जिला संगठन में तमाम पद खैरागढ़ के लोगों को दिया गया। ऐसे में छुईखदान ब्लाक गजेंद्र पटेल को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने क्षेत्रीय समीकरण को साधने की कोशिश की है।