सीजी क्रांति/खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की कुलपति पद्मश्री डॉ. मोक्षदा (ममता) चंद्राकर की सख्ती के साथ ही विश्वविद्यालय में अगले दिन अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति चुस्त हो गई। देर से दफ्तर पहुँचने वाले कर्मचारी आज सही समय पर अपनी सीट पर नजर आए। कुलपति की फटकार का असर यह हुआ कि लंच के बाद अक्सर नदारद रहने वाले कुछ अधिकारी-कर्मचारी भी लंच से समय पर लौटकर काम करते नजर आए।
गौरतलब है कि कल 23 नवंबर की सुबह कुलपति डाॅ. चंद्राकर ने औचक जांच करते हुए लेट-लतीफी बरतने वाले दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी- कर्मचारियों की पेशी लगा दी। उन्हें दोबारा ऐसा ना करने की कड़ी हिदायत भी दी गई। इसका असर अगले दिन ही दिखना शुरू हो गया।
वैसे देखा जाए तो इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में अधिकारी- कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर अधिक शिकायतें नही रहती हैं। क्योंकि कुलसचिव प्रो. आई.डी.तिवारी सभी विभागों और संकायों का निरीक्षण नियमित रूप से करते रहते हैं।
कुलपति स्वयं भी कक्षाओं और विभागों में सहजता से भ्रमण करती रहती हैं, लेकिन दिवाली के बाद दूसरे शासकीय कार्यालयों की तरह इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में भी थोड़ी ढील हो गयी थी, लेकिन जैसे ही कुलपति डाॅ. चंद्राकर ने संज्ञान लिया और कड़ी हिदायत दी, वैसे ही लेट-लतीफी की समस्या भी दूर हो गई।