सीजी क्रांति/खैरागढ़। खैरागढ़ में एक बार फिर हत्या हो गई। तीन दिन पहले पुत्र ने संपत्ति विवाद में पिता पर टंगिया से हमला कर हत्या कर दी थी। खैरागढ़ से लगे ग्राम हीरावाही में ठेकेदार संजय ढीमर के तालाब मे मछली दाना डालने का काम करने वाले अधेड़ की लाश तालाब में तैरती मिली। 1 मार्च को दो लोगों के बीच 10 हजार रूपए को लेकर मारपीट हुआ। इस दौरान बीच-बचाव करने वाले अधेड़ को मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने मामले में जुर्म दर्ज कर चंद घंटे में आरोपी को रायपुर के डंगनिया से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहन राय ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह पिछले एक माह से हीरावाही तालाब में मछली दाना देने का काम कर रहा है। जिस दिन हत्या की वारदात हुई उसी दिन मोहन ने अशोक बर्मन को काम क लिए बुलाया था। रात को करीब 9 बजे मोहन राव और अशोक बर्मन भोजन करने के बाद लेटे हुए थे। तभी वहां चौकीदार धनंजय बाबा उर्फ भाईजान उर्फ सोनू आया और मोहन से खाना मांगा। खाना खाते-खाते धनंजय ने यह कहकर गाली-गलौज करने लगा कि उसने 10 हजार पैसा रखा था, वह कहां है। इसी बात को लेकर धनंजय और मोहन राव के बीच विवाद बढ़ गया। इसी दौरान अशोक बर्मन 55 वर्ष बीच-बचाव करने लगा। धनंजय गुस्से में मोहन राव से ही भीड़ गया।
अशोक बर्मन डरकर तालाब की ओर भागने लगा। उसके पीछे-पीछे गुस्से में आगबबूला होकर धनंजय भी दौड़ा। इससे घबराकर मोहन राव ने अपने तालाब ठेकेदार संजय ढीमर को फोन कर धनंजय बाघ के द्वारा मारपीट किए जाने की जानकारी दी। कुछ ही देर मे ठेकेदार के कर्मचारी आनंद यादव आया। इसके बाद मोहन और आनंद यादव तालाब की ओर गए। तभी धनंजय तालाब से निकल रहा था। उसने अशोक बर्मन को मार देने की बात कही और भाग गया। जब मोहन और आनंद तालाब के करीब गए तो अशोक बर्मन की तालाब किनारे पानी में तैर रही थी। पुलिस ने प्रार्थी की सूचना मिलते ही जुर्म दर्ज किया और आरोपी की खोजबीन शुरू कर दी। घटना के चंद घंटे में ही आरोपी धनंजय उर्फ भाईजान पिता सुबीर किरण बाघ कृष्णा नगर डंगनिया रायपुर कोे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराधा कबूल लिया। तब आरोपी को गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश का ज्यूडिसियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।