सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। जिला मुख्यालय खैरागढ़ की सड़कों पर मस्ती के मूड में वाहनों की तेज रफ्तार और स्टंट करते बाइकर्स पुलिस व्यवस्था को चिढ़ा रही है! जनता परेशान है, हलाकान है। उनकी जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है। हर तीसरे दिन शहर में छोटे-मोटे हादसे हो रहे हैं। इनकी शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंच रही है। पुलिस कार्रवाई की पेचीदगियों से घबराकर माथा पच्ची करने की बजाय आर्थिक और शारीरिक तकलीफ सह लेने में ही लोग खुद की भलाई समझ रहे हैं।
खैरागढ़ में दर्जनों लड़के महंगी स्पोर्ट्स व सामान्य बाइक सड़कों और चौक-चौराहों में अंधाधुन दौड़ा रहे है। पुलिस को इन लापरवाह मस्ती कर रहे स्टंटबाजों को घेराबंदी कर पकड़ने की प्लानिंग और कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। पर इस दिशा में ठोस प्रयास होता नहीं दिख रहा है। बीच-बीच कार्रवाई होती है पर उसमें स्टंटबाज बाइकर्स की बजाय सामान्य लोग, लाइसेंस, हेलमेट, बीमा समेत अन्य कारणों से जुर्माने के शिकार बन जाते हैं।
बता दें कि शहर के ये स्टंटबाज महंगी रेसिंग बाइक को तेज रफ्तार में दौड़ाते हैं। फिर अचानक ब्रेक मार कर पीछे के चक्के को हवा में उठा देते हैं। इसके अलावा ये गाड़ियों को लहराकर भी चलाते हैं। जिससे आसपास से गुजर रहे लोग घबरा जाते हैं, इससे भी हादसे हो रहे हैं।
ये स्टंटबाज तेज रफ्तार बाइक चलाते हुए मस्ती के मूड में रहते हैं। इन्हें इस बात का अंदाजा नहीं होता कि आसपास से कई महिला और बुजुर्ग भी गाड़ियों से गुजर रहे होते हैं। ये अपनी मस्ती के चक्कर में एक्सीलेटर बढ़ाकर या तो तेज आवाज निकालते हैं या फिर चक्के को ऊपर उठा लेते हैं। जिससे बगल में चल रहा कोई भी व्यक्ति हड़बड़ा कर गिर जाएगा।
ऐसे लापरवाह वाहन चालकों को पकड़ने के लिए प्रॉपर प्लानिंग की जरूरत है। यानी शहर के चिन्हांकित चौक-चौराहों पर पहले इनकी हरकतों पर नजर रखा जाए, फिर इन्हे पकड़कर सार्वजनिक तौर पर बाइकर्स और इनके पैरेंटस को गलती का अहसास और कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। इनके हौसेले तभी पस्त होंगे जब इन पर केवल यातायात नियम ही नहीं बल्कि व्यावहारिक पक्ष को ध्यान में रखकर भी ठोस कार्रवाई की जाएगी।
1 thought on “खैरागढ़/ मस्ती के मूड में तेज रफ्तार और स्टंट कर रहे बाइकर्स, घेरेबंदी कर पकड़ने की जरूरत, पर पुलिस के पास न प्लानिंग न कार्रवई में रूचि ?”
एकदम सही बात है भैया,नए नवेले लड़के लोग जो 10वी, 11वी,12वी पढ़ते है वो भी काफी गलत तरीके से बाईक चलाकर स्कूल आना जाना कर रहे है और अपनी जान के साथ साथ दूसरो की जान को भी जोखिम में डाल रहे है।