सीजी क्रांति/मनोज चेलक
खैरागढ़। करीब छह साल पहले किल्लापारा से डीएफओ बंगला तक हुए सडक़ चौड़ीकरण के मुआवजे का मामला अब तक अटका पड़ा है। रसूखदार लोगों को मुआवजा मिल गया है, लेकिन आम नागरिकों को उचित मुआवजे की राशि नहीं मिल पाई है। उन्हें सरकारी कार्यालयों को चक्कर काटना पड़ रहा है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्याय नहीं मिल पाने की वजह से पीड़ित पक्षों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है। ताकि कम से कम चुनाव के बहाने ही सही, उनकी समस्या सुनने कोई तो आए।
आधा दर्जन से ज्यादा है मामला
किल्ला पारा से लेकर डीएफओ बंगला तक हुए चौड़ीकरण के जद में आने वाले लोगों को उचित मुआवजा नहीं मिलने की फेहरिस्त लंबी है। सभी का किसी न किसी वजह से मुआवजा प्रकरण रूका हुआ है, जिसे आगे बढ़ाने को लेकर प्रशासन तत्परता नहीं दिखा रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
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शिकायत पत्र…
नगर पालिका परिषद खैरागढ़ के खैरागढ़ कवर्धा मार्ग के चौड़ीकरण में मेरे प्लाट/खसरा नं. 368 प.ह.न. 31 तहसील खैरागढ़ रकबा 20 डिसमिल भूमि में से भूतल मकान 19 वर्ग मीटर प्रभावित दर्शाया गया है, जो त्रुटिपूर्ण है। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) द्वारा गठित नगर पालिका परिषद, राजस्व विभाग एवं लोक निर्माण विभाग खैरागढ़ की संयुक्त टीम द्वारा दिनांक 29/07/2020 को सर्वे में 19.00 वर्गमीटर पक्का निर्माण एवं 278 वर्गमीटर रिक्त भूमि (कुल 297 वर्गमीटर) सडक़ चौड़ीकरण में प्रभावित पायी गयी है, (पंचनामा की छायाप्रति संलग्न है)
उसके बावजूद संदर्भित पत्र में प्रभावित भूमि भूतल मकान 19 वर्गमीटर दर्शाया गया है। अत: महोदय आपसे निवेदन है कि प्रभावित भूमि का पुन: अवलोकन कर उक्त त्रुटि सुधारने की कृपा करें।
आवेदक – प्रेमचंद मोटवानी, किल्ला पारा खैरागढ़