सीजी क्रांति न्यूज/ खैरागढ़। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में समस्त विभाग के संविदा कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को सामूहिक त्याग पत्र सौप दिया है। 3 जुलाई से नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मचारियों पर एस्मा लगाने के प्रदेश सरकार के आदेश के विरोध में जिले में कार्यरत पंचायत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, कृषि विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग में कार्यरत लगभग 137 कर्मचारियों ने सामूहिक त्याग पत्र दिया है।
वही जिले में कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने एस्मा लगाकर सभी को बर्खास्त करने की तैयारी कर ही ली है तो उससे बेहतर उन्होंने सामूहिक त्याग पत्र सौप दिया है। संविदा कर्मचारियों के इस निर्णय से हलचल मच गई है, संविदा कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने के पहले सविंदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा करने वाली सरकार अब उनकी मांग को अनुसना कर रही है और कार्यवाही करने की धमकी देकर हड़ताल खत्म करवाने की कोशिश में जुटी है, जिसे लेकर संविदा कर्मचारियों में आक्रोश है और उन्होंने अब संयुक्त रूप से त्याग पत्र मुख्यमन्त्री भूपेश बघेल के नाम जिला प्रशासन को सौप दिया है।
जिला सचिव आकाश कन्नोजे ने बताया की पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मनरेगा में कार्यरत कर्मचारी पिछले साल हड़ताल के दौरान कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने आश्वसन देकर हड़ताल खत्म करा दिया था, लेकिन आज तक मांगो पर विचार नहीं किया गया। इस दौरान खेमराज वर्मा, ऐश्वर्य गजेंद्र, तारनी कोसे, एल एन सोनी, तरुण लाल, भारती निर्मलकर, भेमेश्वरी वर्मा आशीष साहू एवम अन्य संविदा कर्मचारी उपस्थित रहे।
इधर जिला संयोजक प्रखर शरण सिंह छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने संविदा कर्मचारियों के मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए एस्मा कानून को वापस लिए जाने हेतु माननीय मुख्यमंत्री महोदय नाम से पत्र प्रेषित किया है।