सीजीक्रांति/खैरागढ़। शहर में अमलीपारा चौक भविष्य में मिनीमाता चौक के रूप में जाना जाएगा। वहीं यहां मिनी माता की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। बता दें यह दूसरा चौक होगा जहां महापुरूष की प्रतिमा लगाई जाएगी। इसके पहले पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष विक्रांत सिंह के कार्यकाल में बस स्टैंड के समीप डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी।
जानिए कौन है मिनीमाता
छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मिनीमाता सन् 1952, 1957, 1962, 1967 और 1971 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सांसद चुनी गईं। संसद में अस्पृश्यता बिल को पास कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाल विवाह, दहेज प्रथा दूर करने के लिए आवाज उठाई तो गरीबी, अशिक्षा दूर करने के लिए भी काम करती रहीं। अनाथ व पीड़ितों की सेवा करना जीवन का प्रमुख लक्ष्य रहा। 1971 में उन्होंने जीवन का आखिरी चुनाव जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से जीता था। 11 अगस्त 1972 को भोपाल से दिल्ली जाते हुए विमान हादसे में उनका निधन हो गया!
गुरु घासी दास की बहू थी मिनीमाता
मिनीमाता का जन्म 1913 में असम के नौगांव में हुआ था। उनका मूल नाम मीनाक्षी देवी था। मिनीमाता का विवाह छत्तीसगढ़ के सतनामी पंथ के संत गुरुघासी दास से पुत्र गुरु अगम दास के संग हुआ था।