सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। खैरागढ़ कलेक्टोरेट स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा का रंग उखड़ गया है। प्रतिमा के ठीक नीचे चबूतरे ( पिडस्टल ) में ‘मोर बापू’ लिखा था, जो अब ‘मोर बाप’ हो गया है। इस प्रतिमा की स्थापना जिला निर्माण के उद्घाटन के अवसर पर किया गया था। सीधे तौर पर कहे तो गांधी की प्रतिमा का रंग महज 9 महीने भी नहीं टिक पाया। प्रतिमा का मेटेंनेस में बरती गई लापरवाही यहां साफ देखी जा सकती है। बताया जा रहा है कि प्रतिमा की सप्लाई नेल्सन आर्ट स्टुडियो संस्था द्वारा की गई है।
जानकारों के अनुसार प्रतिमा व डिस्टाल में तय मापदंड के विपरीत मानक रंग का इस्तेमाल नहीं किया गया है। आम नजरिए से देखे तो यह सामान्य बात हो सकती है लेकिन एक वैश्विक नेता, देश के स्वतंत्रता सेनानी और महापुरूष की प्रतिमा के साथ ऐसा व्यवहार घोर लापरवाही की श्रेणी में आता है।
बता दें कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला का शुभारंभ सीएम भूपेश बघेल ने 3 सितंबर 2022 को किया था! जिला कार्यालय उद्घाटन के अवसर पर प्रतिमा का अनावरण किया गया था। लिहाजा महज 9 महीने में ही प्रतिमा की यह दुर्गति बता रहा कार्य में कहीं न कहीं गड़बड़ी की गई है। गड़बड़ी भी ऐसी जगह पर की गई है, जहां पूरे जिले की व्यवस्था संचालित होती है। जहां से गड़बड़ी पर नजर रखी जाती है। गड़बड़ी की रोकथाम की जाती है।
क्या कहते हैं, पीडब्ल्यूडी के तब और अब के अधिकारी
गांधी जी की प्रतिमा लोक निर्माण विभाग ने लगवाया था। तत्कालीन पीडब्ल्यूडी एसडीओ रितु खरे के अनुसार प्रतिमा राजनांदगांव से मंगवाई गई थी। प्रतिमा की कीमत व उसके मेटेंनेंस को लेकर उन्होंने स्पष्ट जानकारी नहीं होने की बात कही।
वहीं मौजूदा पीडब्ल्यूडी के एसडीओ संजय जागृत ने कहा कि गांधी जी की प्रतिमा का रंग उड़ गया है, उसकी जानकारी है। इसके लिए नेल्सन आर्ट स्टुडियो जहां से यह प्रतिमा सप्लाई की गई है, उसे पत्र भेजा गया है। प्रतिमा का मेटेंनेंस कब तक का है, यह फाइल देखकर ही बता पाउंगा, लेकिन आम तौर पर मेटेंनेंस 3 साल तक का तो होता ही है।