पटना। पिछले दिनों यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणाम जारी हुए थे, जिसके बाद से कई टॉपरों की प्रेरक कहानियां हमारे सामने आ रही हैं। इसी बीच 58वीं रैंक लाने वाली बिहार की बेटी दिव्या ने अपनी स्टोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया में शेयर किया है। विडियो में वो बता रहीं है कि उन्हने पहली कोशिश में ही यूपीएससी क्लियर किया था और 79वीं रैंक हासिल कर 2019 में एक IPS अधिकारी के रूप में चुनी गई।
इसके बाद भी उन्होंने हैदराबाद में ट्रेनिंग करते हुए अपनी तैयारी जारी रखी। क्योंकि उनका सपना था कि वह आईएएस अधिकारी बनें। दिव्या ने अपने सपनों की उड़ान भरी और उनकी मेहनत रंग लाई। जब यूपीएससी के नतीजे घोषित हुए तो दिव्या ने ऑल इंडिया में 58वीं रैंक हासिल की। दिव्या को मिली कामयाबी से सभी लोग काफ़ी खुश हैं। उनके पिता बेतिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जीएमसीएच) के पूर्व अधीक्षक हैं। उन्होंने कहा कि दिव्या शुरू से ही एक अध्ययनशील बच्ची थी। परिवार वालों ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने उन्हें अन्य उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा भी कहा।
बता दें, दिव्य शक्ति सारण के जलालपुर जिले की मूल निवासी हैं। वह एक डॉक्टर के परिवार में पैदा हुई और पली-बढ़ी। वह हमेशा से एक मेधावी छात्रा रहीं, उन्होंने मुजफ्फरपुर से अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की, और इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए डीपीएस बोकारो चली गई। उन्होंने बिट्स पिलानी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। दिव्य ने उसी कॉलेज से अर्थशास्त्र में एमएससी भी किया है। दो साल तक एक अमेरिकी कंपनी में काम किया और वह 2019 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुईं।