खैरागढ़। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने बीए, बीकॉम और बीएससी के प्रथम वर्ष में 16 जून से प्रवेश दिए जाने की अनुमति दे दी है। इसके लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। इसके साथ ही अब विश्वविद्यालय से संबद्ध 143 शासकीय और निजी महाविद्यालयों में दाखिला देना शुरू हो जाएगा। विद्यार्थियों को इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यहां 16 अगस्त तक प्राचार्यों की अनुमति से और 26 अगस्त तक कुलपति की अनुमति से प्रवेश दिया जाएगा।
दुर्ग विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (CBSE) की 12वीं की परीक्षा 15 जून तक चलेगी। इसे ध्यान में रखते हुए इन विद्यार्थियों को उनके फर्स्ट टर्म के अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। उन्हें प्राचार्य के हस्ताक्षर युक्त फर्स्ट टर्म की अंक सूची की छाया प्रति ऑनलाइन अपलोड करनी होगी। यदि कोई प्राचार्य हस्ताक्षर नहीं करता है तो विद्यार्थियों को या उनके अभिभावकों को वचन पत्र देना होगा।
डीयू की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग से अधिसूचना जारी हो गई है। प्रवेश की व्यवस्था के लिए बुधवार को प्राचार्यों की ऑनलाइन बैठक बुलाई गई है। 16 जून से प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए विवि का एडमिशन पोर्टल खोला जाएगा। चिन्हित महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
जो छात्र अपनी 12वीं कक्षा के नतीजे से असंतुष्ट हैं और उन्होंने पुनर्गणना और पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया है, तो उन्हें परिणाम घोषित के बाद महाविद्यालयों में सीटें रिक्त होने पर प्रवेश दिया जाएगा। इसी तरह अन्य कक्षाओं में विधि संकाय को छोड़कर पुनर्गणना और पुर्नमूल्यांकन के नतीजे जारी होने के 15 दिन के भीतर प्रवेश लेना होगा। उन्हें मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। विधि संकाय में मेरिट का नियम लागू रहेगा।
इन छात्रों को मिलेगी अंको में वरीयता
प्रवेश के दौरान एनसीसी, एनएसएस के विद्यार्थियों को उनकी ए, बी और सी प्रमाण पत्र तथा रिपब्लिक डे परेड में शामिल होने के आधार पर अलग-अलग अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। इसी तरह शालेय खेलकूद प्रतियोगिता में संभाग और राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को भी अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। अंतरक्षेत्रीय राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर प्रथम तीन में स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी छात्रों को आरक्षण मिलेगा।
16 अगस्त के बाद कुलपति की अनुमति से ले सकेंगे प्रवेश
विवि के रजिस्ट्रार भूपेन्द्र कुलदीप ने बताया कि प्रथम वर्ष में प्रवेश 16 जून से 16 अगस्त तक चलेंगे। जो छात्र छात्राएं 16 अगस्त तक प्रवेश नहीं ले पाए उन्हें कुलपति की अनुमति के बाद 26 अगस्त तक प्रवेश दिया जा सकेगा। स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश की तिथि 16 जून से तथा अन्य कक्षाओं के लिए 16 जून से 15 जुलाई तक या परीक्षा परिणाम घोषित होने के 10 दिवस के अंदर प्रवेश दिया जाएगा। वचन पत्र असत्य पाये जाने पर विद्यार्थी का प्रवेश निरस्त माना जाएगा।
स्थानांतरण प्रमाण पत्र की द्वितीय प्रति अर्थात डूप्लीकेट आधार पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसी प्रकार वाणिज्य एवं कला संकाय के आवेदकों को विज्ञान संकाय में प्रवेश की पात्रता नहीं होगी। स्नातक स्तर पर द्वितीय एवं तृतीय वर्ष में नियमित प्रवेश उन्हीं विषयों में दिया जाएगा। जिनमें उस विद्यार्थी ने प्रथम अथवा द्वितीय वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण की हो। महाविद्यालय में निर्धारित शुल्क जमा करने पर ही विद्यार्थी का प्रवेश मान्य होगा।