सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई की पहली एसपी अंकिता शर्मा का ट्रांसफर हो गया। रविवार देर रात प्रदेश के दर्जनों IPS अफसरों का तबादला सूची जारी किया गया। अंकिता शर्मा अब सक्ति की एसपी होंगी। अंकिता शर्मा के बारे में अब तक जो जानने सुनने के लिए मिला वह खैरागढ़ में देखने को भी मिला। उनके कार्यकाल में अपराधों में नियंत्रण रहा। खासकर जुआ, सट्टा, गांजा और अवैध शराब के कारोबारियों में उनका खौफ साफ दिखा।
वहीं सोशली भी उन्होंने आम लोगों से बेहतर संवाद कायम कर लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई। अपराध के मामलों में उन्होंने नो कांप्रोमाइल मूड में रहकर सीधे एक्शन मोड में काम किया। जिले में कई अपराधों में लिप्त राजनीतिज्ञों के गिरेबांन तक पहुंचने वाली अंकिता शर्मा ने अपनी दमदारी और पुलिस की ताकत का अहसास कराया। हालांकि कुछ मौकों पर उनमें कमियां भी दिखीं लेकिन वह भी रणनीति का एक हिस्सा रहा होगा, ऐसा मान सकते हैं। ओवर आल अंकिता शर्मा ने जिले में पुलिस की अच्छी छवि बनाई। वह नई जिले की पहली ओएसडी रही। फिर एसपी बनी। और लंबे समय तक अपने काम के दम पर यहां बनी रही।
बता दें कि IPS अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ होम कैडर पाने वाली छ्त्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर (ऑपरेशन) जिले का एएसपी बनाया गया है और उन्होंने ऑपरेशन बस्तर की बखूबी कमान संभाली। अंकिता शर्मा की पहचान दबंग और दमदार ऑफिसर के रूप में होती है।
बता दें कि अंकिता अपने कामों के अलावा लुक को लेकर भी चर्चा में रहती हैं और इंस्टाग्राम पर अक्सर स्टाइलिश फोटोज शेयर करती रहती है। आईपीएस अंकिता शर्मा का जन्म 25 अप्रैल 1992 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था और उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है।
अंकिता शर्मा को साल 2018 में तीसरे प्रयास में सफलता मिली और उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 203वीं रैंक हासिल की। इसके बाद अंकिता होम कैडर पाने वाली छत्तीसगढ़ की पहली महिला IPS बनी हैं। अंकिता शर्मा नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में नक्सल ऑपरेशन की कमान संभालने वाली पहली महिला अफसर भी है। इससे पहले वह राजधानी रायपुर के आजाद चौक इलाके में नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) पद पर पदस्थ थीं।
26 जनवरी को छत्तीसगढ़ के रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड में ट्रेनी आईपीएस अंकिता शर्मा ने परेड का नेतृत्व किया था। इसके साथ ही वह राज्य के इतिहास में गणतंत्र दिवस परेड की कमान संभालने वाली पहली महिला पुलिस अधकारी बनी थीं। अंकिता शर्मा बलौदा बाजार में नियम कानून को लेकर एक कसडोल की महिला विधायक से भिड़ गई थीं। यह मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चित हुई थी।