सीजी क्रांति/खैरागढ़। नगर पालिका खैरागढ़ के सीएमओ सूरज सिदार का वित्तीय अधिकारी पखवाड़े भर पहले कलेक्टर डॉ. जगदीश कुमार सोनकर ने छिन लिया। वित्तीय अधिकार वापस दिए जाने की मांग लेकर गुरूवार को नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा समेत सभापति व पार्षद गुरूवार को कलेक्टर से मुलाकात करने पहुंचे। कलेक्टर कक्ष में घुसने के कुछ देर बाद ही पार्षदों को असहज स्थिति से गुजरना पड़ा। कलेक्टर ने कांगेस के पार्षदों से यह कहते हुए…. ‘‘मैं हाथ जोड़ता हूं आप लोग बाहर चले जाएं‘‘ मैं अकेले में नपा अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा से बात कर लुंगा। यह सुनते ही वहां मौजूद नगर पंचायत उपाध्यक्ष रज्जाक खान, सभापति सुमित टांडिया, शत्रुहन धृतलहरे, पार्षद दीपक देवांगन, पार्षद टिकेश्वरी पटेल के प्रतिनिधि राधे पटेल, एल्डरमेन रतन सिंगी असहज हो गए। वे कलेक्टर कक्ष से बाहर आ गए। इस पूरे मामले में सभापति सुमीत टांडिया समेत अन्य पार्षदों ने कहा कि कलेक्टर का यह व्यवहार आपत्तिजनक है। हम जनप्रतिनिधि है। कलेक्टर के इस व्यवहार से हमें पीड़ा हुई है। हालांकि हम नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा के साथ वहां गए थे। हमारे सम्मान की रक्षा करने का दायित्व उनका था।
दरअसल नगर पालिका खैरागढ़ सीएमओ सूरज सिदार का वित्तीय अधिकार छिनकर एसडीएम खैरागढ़ को सौंप दिया गया है। दीपावली के अवसर पर ठेकेदारों समेत कर्मचारियों के भुगतान समेत अन्य कई तरह के लेन-देन के लिए पालिका में व्यावहारिक परेशानियां आ रही है। इसी समस्या से अवगत कराने नपा अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा के साथ कांग्रेस पार्षद कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे।
इस संबंध में नपा अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि सीएमओ को उसका वित्तीय अधिकार मिलने का आश्वासन कलेक्टर ने दिया है। आज शाम तक सीएमओ को उनका वित्तीय अधिकार वापस मिल जाएगा!
वित्तीय अधिकार छिनने की वजह स्पष्ट नहीं
नगर पालिका के सीएमओ का वित्तीय अधिकार छिने जाने की वजह स्पष्ट नहीं हुई है। इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं राजनीतिक गलियारे में हो रही है। हालांकि पालिका में वित्तीय लेन-देन समेत कई तरह की अनियमितताओं के आरोप पहले लग चुके हैं। लेकिन वित्तीय अधिकार छिने संबंधी आदेश में कलेक्टर ने यही उल्लेख किया है कि जिला केसीजी में कार्यों के सुचारू रूप से क्रियान्वयन करने के लिए प्रशासनिक दृष्टिकोण से सीएमओ का वित्तीय प्रभार खैरागढ़ एसडीएम प्रकाश सिंह राजपूत को सौंपा जाता है।