सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ। जिले में कबाड खरीदी की आड़ में चल रहे अवैध कारोबार पर पुलिस की नजर नहीं पड़ रही है। वहीं प्रशासन भी मौन है। कबाड़ियों के स्टॉक रजिस्टर की जांच समेत अन्य सामान्य नियम व प्रावधानों पर कड़ाई बरती गई तो बड़ी लापरवाही सामने आ सकती है। छोटी चोरियां, जिसकी शिकायत आमतौर पुलिस तक नहीं पहुंच पाती, वह सामान कबाड़ियों के यार्ड तक पहुंच रहे है! जिसकी कटिंग के बाद उन वस्तुओं को सस्ते दामों में जरूरतमंदों को बेचने की परिपाटी शुरू हो चुकी है, ऐसी चर्चा आम है।
ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों से वायर, पाइप, पंप, जाली तार समेत कंसट्रक्शन साईट से भी चोरी की घटनाएं बढ़ी है। चोरी के यह सामान या तो कबाड़ में औने-पौने भाव में बेचे जा रहे हैं या किसी जरूरतमंदों को बेचा जा रहा है। कबाड़ दुकानों में यदि औचक निरीक्षण किया गया तो आवांछित सामान बरामद होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
हालांकि जिला पुलिस बल क्षेत्र में काफी सक्रिय है। सट्टा-जुआ जैसे अपराधों में काफी कमी आई है। गांजा और अवैध शराब की बिक्री कुछ जगहों पर जारी है। पुलिस की कार्रवाई में समय-समय पर यह उजागर भी हो रहा है। लेकिन अब तक कबाड़ के धंधे में होने वाली गड़बड़ियां सामने नहीं आई है।