खैरागढ़। सोशल मीडिया पर लुभावने लोन एड देखकर एप्लाई करना एक युवक को महंगा पड़ गया। पहले आनलाइन एप के माध्यम से 7 हजार रूपये लोन दिया, फिर उसका पूरा मोबाइल डेटा एक्सेस कर लिया। फिर क्या था युवक को ब्लैकमेल कर करीब 6 लाख रूपये वसूल डाले। आखिरकार युवक ने थक हारकर छुईखदान थाने में ठगी और ब्लैकमेल की शिकायत दर्ज करायी है।
कृषि अर्थशास्त्र में एमएससी कर रहे छात्र शेखर जायशवाल ने सोशल मीडिया में विज्ञापन देख कर एक एप से लोन लिया था। लोन चुकाने के बाद भी युवक के पास अलग—अलग नंबरों से पैसो के लिये फोन आने लगे। ऐप संचालकों ने उसका फोन कांटेक्ट को एक्सेस कर लिया और युवक की अश्लील फोटो बनाकर परिवार सहित दोस्तों को भेजने के नाम पर ब्लैकमेल करने लगे।
इस तरह पीड़ित छात्र ने डरकर और ब्लैकमेल हताश होकर 6 लाख रुपए जमा भी कर दिया। फिर युवक को समझा आया कि वह ठगी का शिकार हो गया है। इसके बाद युवक ने थाने में शिकायत की। जिस पर छुईखदान पुलिस ने धारा 384, 420 आईटी एक्ट के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया। वही मामले की तहकीकात में जुट गई है।
मोबाईल लोन एप से इस तरह होती है ठगी
ऑनलाइन ठगी करने वालों ने मोबाइल मैसेज, इंस्टेंट मैसेजिंग एप्लीकेशन और फर्जी लोन एप के जरिए फ्राड शुरू कर दिया है। ठगों ने इसके के लिए फर्जी लोन एप तैयार किया है। वे इसके जरिए पहले 2 से 10 हजार रुपए का लोन उपलब्ध कराते हैं। इसके बाद इसी एप के जरिए मोबाइल परमिशन लेकर कांट्रैक्ट और फोटो -वीडियो का एक्सेस ले लेते हैं। इसके बाद लोन राशि के एवज में निजी फोटो, वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसों की मांग करते हैं। कांटेक्ट लिस्ट में शामिल लोगों को पीड़ित के खिलाफ अश्लील मैसेज भेजकर बदनाम करने की कोशिश करते हैं।
छोटी-मोटी जरूरतों का फायदा उठाते हैं: एक्सपर्ट
सायबर एक्सपर्ट का कहना है कि ठग लोगों की छोटी-मोटी जरुरतों का फायदा उठाकर ठगी कर रहे हैं। इंस्टेंट लोन के नाम पर इंटरनेट पर सैकड़ों फर्जी एप्लीकेशन मौजूद हैं। सर्च इंजन पर भी लोन दिलाने का झांसा देकर ठग बैंक से मिलते जुलते नाम से अपना नंबर अपलोड कर देते हैं। इंस्टेंट लोन पाने की लालच में पीड़ित ठगी का शिकार होते हैं।जबकि लोन के लिए सीधे बैंक से संपर्क करना चाहिए।