सीजी क्रांति/रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्थित शिवनगर दत्तक ग्रहण केंद्र में मासूम बच्चों को पीटकर उसकी मासूमियत का कत्ल करने वाली जालिम महिला सीमा द्विवेदी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं इस मामले की शिकायत होने पर 50 हजार रूपए की रिश्वत लेकर मामले को रफा-दफा करने वाले तत्कालीन महिला एवं बाल विकास अधिकारी चन्द्र शेखर मिश्रा को सस्पेंड किया गया है। बाल संरक्षण अधिकारी रीना लारिया को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है।
बता दें कि हाल ही में कांकेर के दत्तक ग्रहण केंद्र जहां मां-बाप के ठुकराए बच्चों का पालन-पोषण होता है। वहां का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें केंद्र की मैनेजर सीमा द्विवेदी की हैवानियत देखकर इंसानियत की रूह कांप जाए। वीडियो में सीमा द्विवेदी पहले एक बच्चे की पिटाई करती दिख रही है, कुछ देर बाद वह एक दूसरी बच्ची की भी बेरहमी से पिटाई करने लगती है।
सीमा द्विवेदी ने बच्ची को पहले हाथ से मारा फिर बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया। जमीन पर गिरी बच्ची को दोबारा खड़ा किया और फिर बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया। बच्ची चीखती चिल्लाती है, रोने लगती है लेकिन महिला को दया नहीं आती। दो आया वहां से गुजरती हैं, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती की बच्चों के साथ हो रही बर्बरता को रोक सके। बताया जा रहा है कि यह घटना कुद महीने पहले का ही है।
शिकायत हुई लेकिन मामला दबा दिया गया, ऐसी है भ्रष्ट व्यवस्था
बताया जाता है कि इस मनमानी की शिकायत यहां की पूर्व महिला बाल विकास अधिकारी रहीं सीएस मिश्रा तक भी पहुंची थी। लेकिन उन्होंने मामले की जांच कराने या कार्रवाई के बजाए 50 हजार रुपए लेकर मामला दबा दिया था। ये भी एक बड़ी वजह है कि यहां प्रताड़ना का दौर जारी है। बाहर किए गए कर्मचारी भी इसलिए चुप हैं कि,उन्हें झूठे मामलों में फंसाने के लिए इतना धमकाया गया कि बाहर आने के बाद भी वह जुबान बंद रखते हैं।
नौकरी जाने के डर से केंद्र के कर्मचारी नहीं करते विरोध
यहां काम करने वालों ने दबी जुबान में बताया, यह दृश्य दत्तक ग्रहण केंद्र में आम है। बच्चे डरे सहमे रहते हैं। किसी कर्मचारी ने विरोध किया तो उसे बिना किसी कारण काम से हटा दिया गया है। निकाले गए सभी कर्मचारियों की सूची बनाकर जांच की जाए तो दत्तक ग्रहण के अंदर चल रही यातना का पूरा सच सामने आ जाएगा। सूत्रों की माने तो यहां के बच्चे महीनों से प्रताड़ना सह रहे हैं। इसका विरोध करने वाले 8 कर्मचारियों को एक साल के अंदर केंद्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
रात में आता है प्रोग्राम मैनेजर का प्रेमी
दत्तक ग्रहण केंद्र में 6 साल तक के बच्चे रहते हैं। बताया जा रहा है कि रात को यहां एक युवक भी आता है। जिसे सीमा द्विवेदी से नजदीकी संबंध होना बताया जा रहा है। वह रात में यहां पहुंचता है। जबकि यहां बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित है। दत्तक ग्रहण केंद्र में बच्चों की सुरक्षा के लिए बरामदे, गेट समेत अन्य जगह 8 सीसी कैमरे लगे हैं। मैनेजर रोजाना रात के समय कैमरे को बंद कर देती है। वजह ये है कि कैमरा चालू रहने से रात में यहां होने वाली मनमानी सामने आ जाएगी।
यहां तैनात लोगों ने बताया, अक्सर मैनेजर का बॉयफ्रेंड आता है। यही कारण है रात 8 से 11 बजे तक सारे कैमरे बंद कर दिए जाते हैं। अवैध रूप से केंद्र में घुसने वाला इसका बॉयफ्रेंड अपनी कार भी वहीं पार्क करता है। उसके जाने के बाद कैमरे वापस चालू कर दिया जाता है।
बच्चों के निवाले तक को गटक जाती है मैनेजर
दत्तक ग्रहण केंद्र में कई सामाजिक संगठन इन बच्चों के लिए मिठाई, भोजन, फल, मेवा के अलावा नगदी देकर जाते हैं। शिकायत है कि इसका 50 प्रतिशत हिस्सा प्रोग्राम मैनेजर अपने पास रखती है। बचे हिस्से को रजिस्टर में दर्ज किया जाता है।