सीजी क्रांति/खैरागढ़। प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा ने रविवार देर शाम प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों की सूची जारी कर दी है। सूची में 167 युवा कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है। इसमें जिला खैरागढ़ से एकमात्र विक्रांत को शामिल किया गया है। विक्रांत चंद्राकर के परिवार का पहले से ही राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है। जिसका फायदा उन्हें मिला है। इस फैसले से जहां उनके समर्थकों में खुशी व्याप्त है। वहीं दूसरी ओर युवा कार्यकर्ता दबी जुबान से भाजपा के इस फैसले को परिवारवाद से प्रेरित भी बता रहे हैं।
बता दें कि भाजयुमो की प्रदेश पदाधिकारियों की सूची भी विवादों में रही है। भाजयुमो में दशकों से काम कर रहे युवा कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को सीधे भाजयुमो में पदोन्नत कर दिया। इससे भाजयुमो कार्यकर्ताओं में पहले ही नाराजगी है। ऐसे में वरिष्ठ नेताओं के करीबियों और रिश्तेदारों को आगे बढ़ाने के लिए कदम दर कदम रेड कारपेट बिछाने की कुरीती भाजपा में देखने को मिल रही है।
बता दें कि युवा मोर्चा के सक्रिय युवाओं को अविभाजित राजनांदगांव भाजयुमो कार्यकारिणी में भेजने की सिफारिस किसी स्थानीय वरिष्ठ नेताओं ने नहीं की। वहीं प्रदेश संगठन में भी स्थानीय युवाओं को जगह दिलाने का किसी भी तरह का प्रयास नहीं किया गया। ऐसे में राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले विक्रांत चंद्राकर को प्रदेश कार्यसमिति में भेजे जाने के फैसले से अपने बुते राजनीति में जगह बनाने वाले युवाओं में निराशा देखा जा रहा है।
बता दें कि हाल ही में जिला भाजपा की नई कार्यकारिणी में भी कई पुराने और घिसे—पिटे चेहरों का नाम शामिल किया गया है। इनमें अधिकांश चेहरे ऐसे हैं जो दशकों से पार्टी में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं और एक क्षत्रप के लिए काम कर रहे हैं। जबकि नए और सक्रिय चेहरों को हाशिए पर डाल दिया गया है। इसे लेकर पार्टी के एक खेमे में जबर्दस्त नाराजगी देखी जा रही है। पहले से असंतुष्ट इस खेमे को नए संगठन से काफी दूर कर दिया गया है। बताया जाता है कि एक धड़ा इसकी शिकायत प्रदेश संगठन से करने की योजना बना रही थी लेकिन अचानक योजना को स्थगित कर वेट एंड वॉच की रणनीति पर काम करने का फैसला लिया गया है।