ग्वालियर। चरित्र संदेह में पत्नी की हत्या कर भागा कांग्रेस नेता ऋषभ भदौरिया अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है। पुलिस की टीम को पता लगा है, वह इटावा की तरफ भागा है। आरोपी सरेंडर करने की भी फिराक में है। ऐसा पता लगा है, वह शहर के कुछ लोगों के संपर्क में है।
सीएसपी मुरार ऋषिकेष मीणा ने बताया कि थाटीपुर के दर्पण कालोनी स्थित श्रीराम नगर में रहने वाला ऋषभ भदौरिया पुत्र कृष्ण कुमार सिंह भदौरिया कांग्रेस का पूर्व प्रवक्ता है। रात को वह शराब के नशे में अपने घर पहुंचा। घर के एक कमरे में उसके वृद्ध माता-पिता सो रहे थे। एक कमरे में ऋषभ, उसकी पत्नी भावना, बेटी मणिकर्णिका, बेटा शार्दुल थे। रात को दोनों बच्चे सो गए। इसके बाद वह पत्नी से झगड़ा करने लगा। रात करीब 2 बजे वह जोर-जोर से चीखने लगा, उसने अपनी पिस्टल निकाल ली। शोर सुनकर दोनों बच्चे जागे और सामने पिता को हाथ में पिस्टल लिए देखकर बुरी तरह सहम गए।
उसने एक गोली कमरे में चलाई। पत्नी बचने के लिए बाहर भागी तो वह बाहर पहुंच गया। यहां उसकी पत्नी सास-ससुर के कमरे का दरवाजा खटखटाने ही वाली थी कि तभी ऋषभ ने उसे पकड़ लिया। उसे गोली मार दी। गोली जबड़े के ऊपर दाहिनी ओर लगी और लहूलुहान होकर भावना यही गिर पड़ी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। गोली चलने की आवाज सुनकर माता-पिता जागे लेकिन तब तक ऋषभ अपनी क्रेटा कार लेकर भाग निकला। बहू को खून से लथपथ पड़ा देख कृष्ण कुमार सिंह भदौरिया ने अपने समधी महेश राजावत को काल किया।
बेटी की मौत की खबर सुनकर महेश बेसुध हो गए। वह परिजनों के साथ घर पहुंचे। फिर पुलिस को सूचना दी गई। रात में ही पुलिस अफसर फोरेंसिक एक्सपर्ट और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट के साथ यहां पहुंचे। पूरे घर की तलाशी ली गई लेकिन कहीं भी पिस्टल नहीं मिली। तीन राउंड यहां से बरामद हो गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। भावना के पिता महेश की शिकायत पर थाटीपुर पुलिस ने सुबह हत्या का मामला दर्ज किया। हत्या के 24 घंटे बीच जाने के बाद भी उसका पता नहीं लगा है। मेहगांव भिंड के बीच में उसकी लोकेशन मिली, लेकिन इसके बाद उसका कुछ पता नहीं लगा। उसकी तलाश में लगी पुलिस टीम को पता लगा है कि वह इटावा की तरफ भागा है। उसके कुछ रिश्तेदार और वहां के बदमाश संपर्क में हैं।