सीजी क्रांति/खैरागढ़। बालोद बंद के दौरान छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा अल्पसंख्यक जैन समाज के धर्म गुरुओं पर किए गए अभद्र टिप्पणी का मामला गरमाता जा रहा है। शहर के सकल जैन समाज ने अभद्र टिप्पणी की घोर निंदा की है। साथ ही जिले के प्रशासन व पुलिस ओएसडी के नाम ज्ञापन सौंपकर अमित बघेल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
यह भी पढ़ें…गुंडरदेही में व्यापारियों के साथ मारपीट करने वाले छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के 9 सदस्य गिरफ्तार
दरअसल गुंडरदेही के ग्राम तूएगोंदी आदिवासियों पर हुए हमलें के विरोध में बालोद जिला बंद का आह्वान किया था। इसी दौरान मंच से अमित बघेल के द्वारा अल्पसंख्यक एवं अहिंसक जैन समाज के धार्मिक गुरुओं के खिलाफ अभद्र, अनर्गल शब्दों का प्रयोग करते हुए जैन समाज का अपमान किया है।
यह भी पढ़ें…बाजार अतारिया में कॉलेज के लिए तरस रहे युवा, कांग्रेस ने की है घोषणा, आस लगाए बैठे हैं छात्र
जैन समाज ने प्रशासन और पुलिस ओएसडी के नाम ज्ञापन सौंपकर इस विषय को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए निंदनीय कृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि जैन समाज जो कि सदा ही अहिंसक समाज रहा है, ऐसे जैन समाज के खिलाफ ऐसे अनर्गल शब्दों का प्रयोग किया है। जिसकी जैन समाज ने कड़े शब्दों में भत्सना की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर जल्द ही मामले में उचित कार्रवाई नहीं की तो सकल जैन समाज, भारतवर्ष एकजुट होकर खुद आवश्यक कार्यवाही करेगा।
जैन समाज द्वारा सौंपे गए ज्ञापन का कुछ अंश…सारे विश्व में अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले, आपसी प्रेम सद्भाव एवं भाईचारा बढ़ाने वाले, जियो और जीने दो का संदेश देने वाले और जगत के सभी प्राणिमात्र के प्रति करुणा भाव धारण करने वाले जैन मुनियों के बारे में ऐसी धारणा रखने वाले और खुले मंच से उनके प्रति ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग करने वाले कि मानसिकता का अंदाजा स्वयं लगाया जा सकता है।
अमित बघेल जिन्होंने आज जैन मुनियों के बारे में बहुत ही गंदे गंदे शब्दों का प्रयोग किया है, यह छत्तीसगढ़ राज्य जो कि आपसी प्रेम और सद्भाव के लिए जाना जाता है, के लिए अच्छा सूचक नहीं है और यह बयान इस प्रेम सद्भाव के वातावरण में जहर घोलने वाला कृत्य है। अगर शासन इस प्रकार की कृत्य पर संज्ञान लेकर कार्यवाही नहीं करेगी तो भविष्य में सभी जाति विशेष कर अल्पसंख्यकों को विशेष परेशानी होगी।
छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में इन शब्दों का प्रयोग किसी भी साधु के लिए नहीं किया गया है, यह एक बहुत ही निंदनीय कृत्य है। अमित बघेल द्वारा ना सिर्फ जैन मुनियों के प्रति अपशब्द कहे गए अपितु समय आने पर इंसानों को तक मारकर जीव बलि देने तक कि बात कही गई जोकि सर्व मानव समाज के लिए अपमानजनक है एवं उनकी घिनौनी सोच को दर्शाती है।