सीजी क्रांति/राजनांदगांव. सर्पदंश से पीड़ित एक व्यक्ति की जिला अस्पताल राजनांदगांव में मौत के बाद पोस्टमार्टम किये बिना परिजनों को शव सौंपने का मामला प्रकाश में आया है.
मिली जानकारी अनुसार खैरागढ़ ब्लॉक के ग्राम बफरा निवासी कमल चक्रधारी 48 वर्ष को शुक्रवार की रात 10 बजे किसी जहरीले सर्प ने काट लिया. आनन-फानन में परिजनों ने कमल को जिला अस्पताल राजनांदगांव में भर्ती कराया. रात भर जिंदगी और मौत से जूझते हुये कमल ने सुबह करीब 7 बजकर 15 मिनट में दम तोड़ दिया.
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बताया जा रहा है कि सर्पदंश से पीड़ित अधेड़ की मौत के बाद ड्यूटी में तैनात अस्पताल के नुमाइंदों ने शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया. परिजनों ने जिला अस्पताल राजनांदगांव से मृतक के शव को मुक्तांजलि से सुबह ग्राम बफरा ले आये. जहां परिजन मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिये श्मशान घाट ले गये.
इसी बीच जिला अस्पताल राजनांदगांव द्वारा अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे परिजनों को फ़ोन कर शव को वापस लाने दबाव बनाया गया. घर के मुखिया कमल चक्रधारी की मौत के बाद रोते-बिलखते परिवार के लोगों ने पहले तो शव वापस भेजने से मना किया लेकिन ग्राम के जागरूक लोगों की समझाईश के बाद अंततः परिजन राजी हुये.
मामले को लेकर जिला अस्पताल राजनांदगांव में पदस्थ चिकित्सक हिमांशु बंजारे ने बताया कि एमएलसी प्रकरण होने के कारण पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी, पुलिस के आने से पहले ही मृतक के शव को परिजन जल्दबाजी में अपने गांव लेकर चले गये.