सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अप्रत्याशित जीत हासिल कर प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। अब चर्चा मुख्यमंत्री पद के लिए हो रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की दावेदारी अभी भी पुख्ता है। पूरे चुनाव अभियान में रमन सिंह मुख्य धारा में रहे हैं। वहीं उम्मीदवारों के चयन में उनके समर्थकों को बड़ी संख्या में टिकट दिया गया। वे 15 साल से मुख्यमंत्री रहे हैं। सरकार चलाने का उनके पास अनुभव है। पार्टी में चुनकर आए अधिकांश विधायकों के बीच उनकी स्वीकार्यता आज भी बनी हुई है।
वहीं प्रदेश भाजपाध्यक्ष होने के कारण अरूण साव की भी स्वाभाविक दावेदारी मानी जा रही है। वे साहू समाज से है। प्रदेश में साहू समाज की बाहुल्यता है और यह समाज राजनीति में बड़ी भूमिका अदा करती है। अरूण साव के प्रदेशाध्यक्ष के कार्यकाल में प्रदेश में भाजपा बहुमत के साथ वापस लौटकर आई है।
इसके अलावा विष्णु देव साय और रामविचार नेताम का नाम भी सामने आ रहा है। इसके लिए एक बड़ा नाम रेणुका सिंह का भी सामने आ रहा हैं। रेणुका सिंह आदिवासी समाज से है। प्रदेश में आदिवासी समाज की सर्वाधिक संख्या है।
इन सबके बीच युवा चेहरे के रूप में पूर्व आईएएस ओपी चौधरी का नाम भी तेजी से सामने आया है। हाईकमान में उनकी अच्छी पकड़ है। भाजपा के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह ने चुनाव के दौरान यह भी कहा था कि ओपी चौधरी के जीतने पर उन्हें बड़ी भूमिका दी जाएगी। ओपी चौधरी युवा आईकॉन है। शिक्षित है। युवा है। उन्हें प्रशासनिक अनुभव है। बीते पांच साल में वे पूरे प्रदेश में सक्रिय रहे हैं। वर्तमान में वह प्रदेश भाजपा के महामंत्री भी है। हालांकि इन नामों के बीच भाजपा का केंद्रीय संगठन अप्रत्याशित चेहरा लाकर चौंका भी सकती है। हालांकि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कौन होगा, यह भविष्य के गर्भ है।