सीजी क्रांति/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर के रतनपुर में आफताब युवती की ईज्जत से खेलता रहा! युवती ने हिम्मत कर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद आरोपी पक्ष की ओर से पीड़िता की मां पर ही अश्लील हरकत करने की शिकायत की गई। पुलिस ने शिकायत की पुख्ता जांच किए बगैर ही पीड़ित युवती की मां को जेल भेज दिया। इसके बाद से रतनपुर में बवाल मचा हुआ है।
पुलिस के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए। मामला गर्माया तो थाना प्रभारी को लाईन अटैच कर दिया गया है। इसके बाद भी आक्रोशित नगरवासी व हिंदू संगठनों ने नगर बंद कर दिया। माहौल को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दिया है। वहीं स्थानीय लोगों से बातचीत का मामला शांत करने का प्रयास किया जा रहा है।
जांच टीम गठित, 4 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश
एडिशनल एसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में एक दल का गठन किया है। इस टीम में एसडीओपी कोटा सिद्धार्थ बघेल और निरीक्षक परिवेश तिवारी को भी शामिल किया गया है। 7 दिन के अंदर जांच टीम को रिपोर्ट देनी होगी।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार बीते महीने 4 मार्च को आफताब मोहम्मद (19) लड़की को खूंटाघाट घुमाने ले गया। जहां उसने लड़की से संबंध बनाया। इसके बाद उनके बीच कहा-सुनी हुई। गुस्साएं युवक ने लड़की के साथ मारपीट की और उसे वहीं छोड़कर भाग गया। देर रात हाईवे पर पेट्रोलिंग की टीम को लड़की रोती-बिलखती मिली। पुलिस की पूछताछ में लड़की ने पूरी घटना बताई। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार पीड़ित लड़की ने बताया कि 4 साल पहले जब वह स्कूल में पढ़ती थी, तब उसकी आरोपी से दोस्ती हुई, फिर उसने प्यार का इजहार किया। लड़की उसके झांसे में आ गई। फिर लड़का उसे अपने साथ घुमाने ले जाने के बहाने उसके साथ रेप किया था। बदनामी के डर से युवती ने किसी को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी उसके साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा।
महिला की गिरफ्तारी पर थाना प्रभारी की प्रतिक्रिया
टीआई कृष्णकांत सिंह ने कहा, जिस युवक पर रेप का आरोप है, उसी युवक के घर 10 साल का लड़का रायपुर से आया था। वह एक दिन मोहल्ले की दुकान में फ्रूटी लेने जा रहा था, तभी विधवा महिला उसे चॉकलेट देने के बहाने अपने घर ले गई, और नाबालिग बच्चे के प्राइवेट पार्ट से छेड़खानी की। बच्चे के रोने पर किसी को यह बात बताने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद से बच्चा सदमे में आ गया था।
इस घटना के कुछ ही दिन बाद बच्चे की मां रतनपुर आई और उसे लेकर रायपुर चली गई। वहां उसका बेटा गुमशुम और डरा-सहमा रहता था। बेटे से पूछने पर उसने पूरी आपबीती बताई। इसके बाद उसे रतनपुर लाकर उस महिला की पहचान कराई गई। पुलिस ने बच्चे की मां की शिकायत पर विधवा महिला के खिलाफ धारा 377, 506 और 4-12 पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करके महिला को जेल भेज दिया है।